Bel Patra Health Benefits- बेलपत्र खाने के फायदे
भगवान शिव को बेलपत्र (बिल्वपत्र) बेहद प्रिय हैं। देवों के देव महादेव की पूजा में प्रयोग होने वाला बेलपत्र, सिर्फ पूजन कार्य के लिए नहीं है बल्कि इसका सेवन करना भी आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। इसे महादेव का प्रसाद समझकर सेवन करें।
पौराणिक मान्यता है कि जो भी श्रद्धापूर्वक भगवान शिव को बिल्वपत्र चढ़ाता है, उसके रोग, शोक नष्ट हो जाते हैं। बेल के औषधीय गुणों को देखते हुए इसका पौधा लगाने का विशेष महत्व है, इसका कारण है इसके अंदर छुपा गुणों का खजाना। इस वृक्ष के पत्ते, फल और जड़ें सभी इस्तेमाल में लाए जाते हैं।
ठंडी तासीर वाले बेल के ढेरों फायदे हैं, जिस वजह से हमारे देश के ग्रामीण अंचल में इसका बहुत उपयोग किया जाता है। वहां छोटे-मोटे दर्द या परेशानी में डॉक्टर को दिखाने से पहले बेल के फल और पत्तियों का दवाई की तरह इस्तेमाल किया जाता है।
अब तो शहरों में भी गर्मियां आते ही बेल गिरी का जूस जगह-जगह मिलने लगा है। भले ही इसका जूस लोकप्रियता के मामले में पीछे है, लेकिन इसके फायदे कहीं आगे हैं। ज्यादातर लोगों को बेल फल के लाभ की जानकारी है परन्तु उन्हें बेलपत्र खाने से होने वाले फायदों के बारे में नहीं पता है।
आयुर्वेद में बेल के फल की तरह बेल के पत्ते का उपयोग कई दवाइयों को बनाने में किया जाता है।बेल का पत्ता अपच, गैस की समस्या, दमा रोग, एसिडिटी, कृमि नाशक, ज्वर, त्रिदोष (वात, पित और कफ) विकार, थॉयरॉइड की समस्या और मोटापा को दूर करने वाला है।
यह आपको स्वस्थ शरीर प्रदान करने में बहुत उपयोगी है। आइये जानते हैं बेलपत्र के औषधीय गुणों और इसके सेवन से होने वाले फायदों के बारे में।
बेलपत्र खाने से फायदा (Benefits of eating bel leaves)
मोटापा कम करे -
लू से बचाए -
इसकी तासीर ठंडी होने के कारण यह गर्मी के मौसम में होने वाले लू के प्रकोप को नष्ट कर देता है। गर्मी के मौसम की तेज़ धूप और उसके साथ चलने वाली गर्म हवा शरीर को बीमार कर देती है, तब बेलपत्र खाने से यह दुष्प्रभाव दूर होकर शरीर फिर से स्वस्थ्य हो जाता है।
पेट के लिए लाभदायक -
बेल का पत्ता पेट के लिए उत्तम औषधी है। बेलपत्र के ताजा रस को शहद में मिलाकर सेवन करने से एसिडिटी से राहत मिलती है। बेलपत्र के औषधीय तत्व पेट दर्द, दस्त और डायरिया जैसी परेशानियों में भी राहत दिलाते हैं।
पेट को स्वस्थ रखने के लिए हफ्ते में 3- 4 बेलपत्र खा सकते हैं, इसे बच्चों को भी दिया जा सकता है। अपच की समस्या होने पर बेल के पत्ते, थोड़ा सेंधा नमक व कालीमिर्च पीसकर कुछ दिनों तक सेवन करें। इससे अपच की समस्या दूर होती है।
मुंह के छाले -
अगर मुंह के छाले हो जाएं तो खाना खाने में विशेषकर मसालेदार भोजन लेने में बहुत परेशानी होती है साथ ही ठंडा-गर्म खाना भी काफी दर्द देता है। इससे छुटकारा पाने के लिए बेलपत्र का सेवन फायदेमंद माना गया है। जब कभी मुंह में छाले हो जाएं, तो बेल की पत्तियों को मुंह में रखकर चबाते रहें। इससे छाले धीरे धीरे समाप्त हो जाएंगे।
बवासीर में राहत -
बेलपत्र इस परेशानी में भी राहत देने का काम करता है। इसके लिए बेलपत्र खाएं या इसका जूस पिएं। इससे दर्द धीरे-धीरे कम होकर आराम पड़ेगा।
रतौंधी की समस्या में लाभकारी -
10 ग्राम बेल के पत्तों को 6 -7 काली मिर्च के साथ अच्छे से पीस लें। इसमें 100 ml पानी मिलाकर छान लें, फिर इसमें 25 ग्राम मिश्री मिलाकर रोजाना सुबह और शाम सेवन करें। इसके अलावा रात में बेल के पत्ते को पानी में भिगो दें, फिर सुबह उठकर इस पानी से आंखों को धोएं।
पीरियड्स में करे मदद -
जिन लड़कियों या महिलाओं को पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग की परेशानी हो वे बेलपत्र का सेवन कर सकती हैं। साथ ही जो महिलाएं बच्चे को ब्रेस्ट फीड कराती हों यदि वो इसे खाती हैं तो उन्हें इसका लाभ मिलता है। ये स्वास्थ्य को बेहतर कर स्तन दूध उत्पादन को बढ़ाता है।
मधुमेह से राहत -
मधुमेह रोगियों (Diabetic Patients) के लिए बेल का पत्ता बहुत लाभदायक माना गया है। इसके लिए बेल की पत्तियों को पीसकर उसमें पानी मिलाकर दिन में 2 बार सेवन कर सकते हैं। बेल की पत्तियों को सुखाकर उसका पाउडर बनाकर भी उपयोग कर सकते हैं।
मधुमेह रोगी यह प्रयोग भी कर सकते हैं - 20 बेल के पत्ते, 20 नीम के पत्ते व 10 तुलसी के पत्तों को एक साथ पीसकर छोटी छोटी गोली बनाकर सुखा लें। अब रोज सुबह एक गोली का सेवन करें। इससे मधुमेह रोग में बेहद लाभ मिलता है।
हृदय रोग में फायदेमंद -
बेल के पत्तों का सेवन करने से रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर काफ़ी हद तक कम हो जाता है। बेल की 5 पत्तियां लेकर उसे पीस लें फिर इस चटनी को 1 गिलास पानी में इतना उबाले कि पानी आधा हो जाए। इसे ठंडा करके पिए, यह हृदय रोगियों के लिए बेहद उपयोगी है। हाई ब्लड प्रेशर वाले रोगियों को इसका लाभ 1 सप्ताह में ही दिखने लगता है।
संधिवात या घुटनों का दर्द-
संधिवात या घुटनों का दर्द होने पर बेल के पत्ते गर्म करके दर्द वाली जगह बाँधने से सूजन व दर्द में राहत मिलती है।
कैंसर, सूजन से बचाव -
बेल के पत्ते का चूर्ण खाने से कैंसर होने की संभावना को काफी हद तक कम किया जा सकता है। यह शरीर में किसी भी प्रकार की सूजन को खत्म करने में काफी लाभकारी है। शरीर की आंतरिक या बाह्य सूजन में इसके काढ़े का सेवन करने से लाभ मिलता है।
रक्त को साफ़ करने में उपयोगी -
रक्त की अशुद्धि से त्वचा संबंधी रोग होने लगते हैं। इसके लिए बेल की पत्तियों को पीसकर उसमें हल्का गुनगुना पानी और थोड़ी मात्रा में शहद मिलाकर नियमित सेवन करें। इससे खून साफ होता है।
बेल के पत्तों को पानी में डालकर स्नान करने से दुर्गंध का नाश होता है और ताजगी आती है। यह एक प्राकृतिक डियोड्रेंट की तरह काम करता है।
जलन कम करे -
मधुमक्खी, बर्र या ततैया जैसे कीड़े के काटने पर बेल की पत्तियों को रगड़े या उसका रस लगाए। ऐसा करने से जलन कम होकर राहत मिलती है।
किसी को फोड़े-फुंसी की समस्या होने पर बेल की जड़ या उसकी पत्ती को पानी में पीसकर फोड़े-पुंसियों पर लगाएं। इससे जलन से राहत मिलेगी और जल्दी ठीक होंगे।
बेल के औषधीय गुण (Medicinal properties of Bel)
बेल का फल स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी है। यह शरीर के कई प्रकार के रोगों की रोकथाम के लिए प्रयोग किया जाता है। यह शरीर में कफ, वात विकार, दस्त, बदहजमी, मूत्र रोग, डायबिटीज, पेचिश, ल्यूकोरिया के लिए कारगर औषधि है।
गर्मी के मौसम में बेल का शरबत न सिर्फ गर्मी से राहत दिलाता है बल्कि कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से मुक्ति दिलाने में सहायक होता है। यह आपको लू से बचाए रखता है और शरीर को ठंडक देने का काम करता है। नकसीर की समस्या होने पर बेल के फल को दवाई के रूप में खिलाया जाता है।
आयुर्वेद शास्त्र में भी बेल के अनगिनत फायदे बताए गए हैं, आइये जानते हैं बेल के औषधीय गुणों के बारे में-
पाचन की समस्या ठीक करे -
बेल के पके फल के गूदे को ठंडे पानी में भिगोकर रखें फिर अच्छे से मसलकर किसी बर्तन में छान लें। इसमें मिश्री, इलायची व काली मिर्च को मिलाकर शर्बत बनाकर सेवन करने से पेट की जलन, उल्टी व पाचन विकार की समस्या से राहत मिलेगी।
also read -
Advantage of Banana-केले खाने के लाभ
Natural Remedies for Cough-खांसी ठीक करने के जादुई उपाय
Anar ka paudha kaise lgaayen-अनार के फायदे
दस्त में लाभ -
बेल के फल को आग में अच्छे से सेंक लें। फिर इसके 10 - 20 ग्राम गूदे को चीनी के साथ रोजाना दिन में 2 -3 बार सेवन करे, इससे दस्त की समस्या में लाभ मिलेगा।
मूत्र रोग में राहत -
मूत्र रोग की समस्या से राहत पाने के लिए 10 ग्राम बेल के गूदे में 5 ग्राम सोंठ को अच्छे से कूट कर 400 ml पानी में डालकर काढ़ा बना लें और इस काढ़े को रोजाना सुबह - शाम सेवन करें।
अगर आप लो ब्लड शुगर वाले हैं तो बेल का सेवन न करें यह रक्त में शुगर की मात्रा कम कर देता है। उसी तरह डायबिटीज की समस्या से ग्रस्त लोग, बाज़ार में मिलने वाले बेल शरबत का सेवन न करें, इसमें शुगर की मात्रा ज्यादा होती है जोकि मधुमेह रोगियों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
आशा है ये आर्टिकल "Bel Patra Health Benefits- बेलपत्र खाने के फायदे" आपको पसंद आया होगा, इसे अपने मित्रों को शेयर कर सकते हैं। अपने सवाल एवं सुझाव कमेंट बॉक्स में लिखें। ऐसी ही और भी उपयोगी जानकारी के लिए इस वेबसाइट पर विज़िट करते रहें।
also read -
Home Treatment for lever-लीवर की सफाई के कामयाब नुस्खे
Triphla Churna Health Benefits-त्रिफला चूर्ण और सेवन विधी
Somnath Temple of Chhattisgarh-छत्तीसगढ़ का सोमनाथ मंदिर
No comments:
Post a Comment