Vizag Tour Guide- विशाखापट्टनम की यात्रा
अगर आप सुंदर समुद्री किनारों, आकर्षक पार्कों और खूबसूरत पहाड़ियों के लिए प्रसिद्ध किसी पर्यटक स्थल की सैर पर जाना चाहते हैं तो विशाखापट्टनम की यात्रा आपके लिए बेहद मनोरंजक हो सकती है।
विशाखापट्टनम एक औद्योगिक शहर होने के साथ एक प्रसिद्ध बंदरगाह शहर (पोर्ट टाउन) है, जो आंध्रप्रदेश राज्य में स्थित है। विशाखापट्टनम को विजाग (Vizag) कहते हैं, इसे पूर्व का गोवा (Goa of the East) और ईस्ट कोस्ट का गहना (Jewel of the East Coast) भी कहा जाता है।
कब और कैसे जाएँ -
विशाखापट्टनम की यात्रा का पूरा आनंद लेने के लिए अक्टूबर से मार्च तक का समय श्रेष्ठ है क्योंकि गर्मी के दिनों में यहां की तेज़ धूप से आपको परेशानी हो सकती है। यहाँ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक त्योहार, विशाखा उत्सव मनाया जाता है जो दिसंबर- जनवरी के महीनों में आयोजित किया जाता है। यह समय विज़ाग घूमने के लिए सबसे अच्छा है।
विशाखापट्टनम में अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट होने के साथ-साथ यह देश के सभी प्रमुख शहरों से रेल एवं सड़क मार्ग से जुड़ा है। इसलिए यहां पहुंचना बेहद आसान है।
क्या देखें -
यहां के आसपास के दर्शनीय स्थलों में अरकू (Araku) घाटी की यात्रा का अपना विशेष महत्व है, यहां सुंदर पहाड़ियों और प्राकृतिक परिदृश्य के साथ बोरा गुफाएं (Borra Caves) पर्यटकों को आकर्षित करती हैं।
विशाखापट्टनम के मुख्य आकर्षणों में आर. के. बीच, ऋषिकोंडा बीच (Rushikonda Beach), कैलाशगिरि (Kailasagiri), पनडुब्बी संग्रहालय (Submarine Museum), जूलॉजिकल पार्क, विसाखा म्यूजियम आदि शामिल हैं।
विशाखापट्टनम के दर्शनीय स्थल (Tourist Places Of Visakhapatnam)
आर. के. बीच (Ramkrishna Beach)
आँध्रप्रदेश की बीच सिटी (Beach City) के नाम से प्रसिद्द विशाखापट्टनम का सबसे फेमस बीच है - रामकृष्ण बीच, जिसे सामान्य बोलचाल में आर. के. बीच कहते हैं। इसे यह नाम इसके समीप स्थित रामकृष्ण मिशन आश्रम के कारण मिला है।
यह बीच न सिर्फ पर्यटकों के मध्य लोकप्रिय है बल्कि बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी मनोरंजन के लिए यहां पहुंचते हैं। आप यहां पेड़ों के झुरमुट में लगी बेंच पर बैठकर समुद्र की लहरों को देखने का आनंद ले सकते हैं।
साढ़े तीन किलोमीटर से अधिक लम्बे इस बीच में दिन भर लोगों को स्विमिंग करते, सनबाथ लेते और वॉलीबॉल खेलते देखा जा सकता है। बीच के पास ही आइसक्रीम और स्थानीय व्यंजन के स्टाल बड़ी संख्या में सजे होते हैं बीच के सामने वाली सड़क पर ठहरने के लिए बहुत से होटल और भोजन के लिए रेस्टोरेंट्स आपको मिल जाएंगे। शक्ति की देवी काली का मंदिर इसी सड़क पर स्थित है जो अपनी वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है।
ऋषिकोंडा बीच (Rishikonda Beach) -
विशाखापट्टनम सिटी से करीब 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ऋषिकोंडा बीच को विज़ाग का बेस्ट बीच कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। कैलाशगिरि पहाड़ी के पास स्थित इस बीच में आप नहाने पूरा मज़ा ले सकते हैं। यहां वाटर स्कीइंग, सर्फिंग जैसे वाटर स्पोर्ट की सुविधा भी उपलब्ध है।यहां रुकने के लिए आप चाहें तो आँध्रप्रदेश टूरिज्म द्वारा बनाये गए कॉटेज भी बुक करवा सकते हैं, इसमें रेस्टोरेंट की सुविधा भी है।
विशाखापट्टनम में घूमने की जगह के रूप में फेमस ऋषिकोंडा बीच यहां आने वाले लोगों के लिए बहुत खास है। एक तरफ बंगाल की खाड़ी और दूसरी तरफ पहाड़ी से घिरे ऋषिकोंडा बीच पर सूर्योदय (sunrise) और सूर्यास्त (sunset) के मनोरम दृश्यों को देखने के लिए पर्यटक जमा होते हैं।
कैलासगिरी, विशाखापट्टनम के प्रमुख आकर्षणों में से एक है। पहाड़ी की चोटी पर स्थित कैलासगिरी पार्क एक बेहतरीन पिकनिक स्थल है। यहां आप समुद्र के साथ पहाड़ी पर फैली हरियाली की प्राकृतिक सुंदरता का भरपूर आनंद ले सकते हैं। इस पहाड़ी पर पहुंचने के लिए सड़क मार्ग के साथ-साथ रोपवे की सुविधा भी उपलब्ध है।
कैलासगिरी में शिव और पार्वती की 40 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित है। खूबसूरत फूलों से आच्छादित पहाड़ी के चारों ओर घुमावदार रास्तों से यात्रा करना बेहद सुखद है। आप चाहें तो बच्चों के साथ टॉय ट्रेन में बैठकर पार्क का नज़ारा ले सकते है। यह ट्रेन, पार्क का एक गोलाकार चक्कर लगाती है और बच्चे इसका भरपूर आनंद लेते हैं। यहां बच्चों का खेल पार्क है साथ ही घुड़सवारी की सुविधा भी बच्चों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं।
कैलासगिरी, पैराग्लाइडिंग के लिए भी प्रसिद्ध है। शाम के समय यहां से जगमगाते शहर का नजारा आपको मंत्रमुग्ध कर देता है। कैलासगिरी अपने लुभावने दृश्यों और मनोरंजन के ढेर सारे विकल्पों के कारण पर्यटकों के लिए एक आदर्श जगह है।
विशाखा संग्रहालय (Visakha Museum)-
आर. के. बीच रोड पर स्थित, विशाखा संग्रहालय में न केवल आप इस क्षेत्र के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व की वस्तुओं व कलाकृतियों को देख सकते हैं बल्कि अन्य देशों की ऐतिहासिक वस्तुओं को भी देखा जा सकता है। विजयनगरम और बोब्बिली के शाही परिवार के सदस्यों के चित्र, कवच सूट, भाले, स्टील धनुष, हैंडगन, रिवाल्वर, खंजर और तलवारें आदि यहां प्रदर्शित की गई हैं।
इसके साथ ही ग्रीक / रोमन योद्धाओं के हेलमेट, क्रॉकरी, सिक्के, रेशमी वेशभूषा, पांडुलिपियां, डायरी, स्क्रैपबुक और नक्शे इस संग्रहालय में संरक्षित कुछ दुर्लभ संग्रह हैं। इस संग्रहालय में विमानों, युद्धपोतों और पनडुब्बियों के कई मॉडल हैं। यहां द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापानियों द्वारा गिराए गए 250 पौंड के बिना फटे बम का खोल भी है।
सबमैरिन म्यूजियम ( Submarine Museum) -
यह संग्रहालय ऋषिकोंडा बीच (Rushikonda Beach) पर स्थित है। यहां आप आईएनएस कुरुसुरा (INS Kurusura) नामक वास्तविक पनडुब्बी को देख सकते हैं। भारतीय जल सेना में इस पनडुब्बी का सेवाकाल समाप्त होने के बाद इसे नष्ट करने की बजाय एक आकर्षक संग्रहालय में बदल दिया गया।
यहां आने वाले पर्यटक पनडुब्बी की आंतरिक संरचना और उपकरणों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। अधिकांश पर्यटक यह संग्रहालय देखना पसंद करते हैं।
मत्यादर्शिनी एक्वेरियम ( Matsyadarshini Aquarium)-
आर. के. बीच के सामने वाली सड़क पर स्थित इस एक्वेरियम में समुद्री जल और मीठे पानी की अनेक प्रजातियों की मछलियों को देखा जा सकता है। विभिन्न आकार प्रकार की रंगीन मछलियां दर्शकों का मन मोह लेती हैं।
सिंहचलम मंदिर (Simhachalam Temple) -
विशाखापत्तनम शहर से लगभग 20 किलोमीटर दूरी पर स्थित, सिंहचलम मंदिर एक अलंकृत मंदिर है जो इस क्षेत्र के सबसे महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक माना जाता है। यह मंदिर समुद्र तल से 800 मीटर की ऊंचाई पर एक पहाड़ी के ऊपर स्थित है और भगवान नरसिंह को समर्पित है, जो भगवान विष्णु के अवतार हैं।
सिंहचलम मंदिर, अत्यंत आकर्षक पत्थर की नक्काशी और नयनाभिराम डिजाइन से अलंकृत है। यह देश का एकमात्र मंदिर है जहां श्री वराह लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी- जो भगवान विष्णु के तीसरे और चौथे अवतार के संयोजन हैं- प्रकट होते हैं। भगवान नरसिंह यहां त्रिभंग मुद्रा में प्रकट होते हैं, जिसमें मानव धड़ पर शेर के सिर के साथ उनके दो हाथ हैं।
इंदिरा गांधी प्राणी उद्यान (Indira Gandhi Zoological Park)-
इस प्राणी उद्यान की गिनती देश के तीन सबसे बड़े प्राणी उद्यानों में होती है। कंबालाकोंडा वन अभ्यारण्य की गोद में स्थित यह विशाल पार्क 625 एकड़ में फैला हुआ है और लगभग 80 प्रजातियों के वन्यजीवों का घर है। इस पार्क के अंदर एक मिनी ट्रेन भी है, जिसके जरिये इस प्राणी उद्यान के सभी परिसरों को देखा जा सकता है
बंगाल की खाड़ी के पास स्थित इस पार्क में कई विदेशी प्रजातियों के पक्षी भी देखने को मिलते हैं । इस क्षेत्र का मौसम और जलवायु प्राणियों के पनपने और रहने के लिए एक स्वास्थ्यप्रद वातावरण बनाता है।
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इस प्राणी उद्यान को 19 मई 1977 को पर्यटकों के लिए खोला गया था। तब से यह उन पर्यटकों के पसंदीदा स्थल में शामिल रहा है जो अपने प्राकृतिक आवास में वन्यजीवों को देखना पसंद करते हैं।
विशाखापट्टनम में कहां रुकें (Where To Stay In Visakhapatnam)
यहां हर बजट के लिए होटल उपलब्ध है। यदि आप समुद्र के आसपास स्थित होटलों में रुकना चाहते हैं तो यहां आपको थोड़े महंगे रूम मिलेंगे जबकि शहर के अंदर के क्षेत्र में आपको सस्ते एवं महंगे दोनों तरह के कमरे उपलब्ध हो सकते हैं।
भोजन (Food) -
यहां जाने पर दक्षिण भारतीय नाश्ते का मज़ा सड़क किनारे के स्टाल एवं रेस्टोरेंट्स में ले सकते हैं। यहां स्थानीय लोगों के बीच दोपहर के भोजन में चांवल खाने का चलन अधिक है इसलिए रेस्टोरेंट्स में सामान्य थाली आर्डर करने पर आपको रोटी नहीं परोसी जाती। इसलिए उत्तर भारतीय लोग लंच आर्डर करते समय सामान्य भोजन थाली की जगह रोटी और सब्जी अलग से आर्डर करें।
विशाखापट्टनम यात्रा के प्लान में अरकू घाटी (Araku Valley) की यात्रा को जोड़ना आपके लिए उपयोगी रहेगा। विशाखापट्टनम से अरकू तक 115 किलोमीटर की यह यात्रा बस और ट्रेन दोनों ही माध्यम से की जा सकती है। 3 घंटे की इस यात्रा के दौरान आपको पहाड़ी के सौंदर्य का भरपूर दर्शन करने का अवसर प्राप्त होता है।
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