Araku Valley Tour- अरकू वैली, विशाखापटनम
अरकू वैली (Araku Valley), विशाखापटनम से 114 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और उड़ीसा राज्य की सीमा के समीप है। यह स्थान अपने ऊंचे पहाड़ों, हरे भरे जंगलों के अलावा कॉफी बागानों के लिए भी प्रसिद्ध है। लगभग 911 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस हिल स्टेशन को आंध्र प्रदेश का ऊटी भी कहा जाता है।
यहाँ के प्राकृतिक सौँदर्य ने टॉलीवुड के निर्माता निर्देशकों को भी आकर्षित किया है और कई फिल्मों जैसे हैपी डेज, डार्लिंग जैसी बहुत सी फिल्मों की शूटिंग अरकू में हुई है।
कैसे पहुंचें -
अरकू घाटी की यात्रा के लिए विशाखापटनम से ट्रेन एवं बस दोनों ही माध्यम उपलब्ध हैं।विशाखापटनम से अरकू के लिए आंध्र टूरिज्म का टूर पैकेज भी ले सकते हैं। हैदराबाद और विशाखापटनम से अरकू घाटी के लिए डीलक्स और वोल्वो बसें भी चलती हैं।
विशाखापटनम से निकलने वाली ट्रेन 50 से अधिक सुरंगों को पार करते हुए अरकू वैली पहुंचती है।इस यात्रा में अरकू घाटी के प्राकृतिक सौंदर्य दर्शन का भरपूर आनंद ले सकते हैं। ट्रेन की यह यात्रा बेहद मनोरंजक है और थोड़ी थोड़ी देर में ट्रेन के सुरंगों से गुजरने के कारण बच्चे भी इसके हर पल का आनंद उठाते हैं। इस ट्रेन में विस्टाडोम कोच की बुकिंग करवाकर आप अपनी यात्रा को और भी सुखद बना सकते हैं।
क्या देखें -
बोर्रा गुफाएं, कातिका वाटरफॉल, जनजातीय संग्रहालय, छपराई जलप्रपात, बॉटनिकल गार्डन, कॉफी प्लांटेशन के साथ अनंतगिरि व टायडा पार्क देख सकते हैं।
अरकू में देखने योग्य स्थान (Places to Visit Near Araku)
बोर्रा गुफाएं (Borra Caves) -
समुद्र तल से 1400 मीटर की ऊंचाई पर स्थित ये खूबसूरत गुफाएं पर्यटकों के लिए दर्शनीय हैं।विजाग-अराकू रेलमार्ग पर Borra Guhalu एक स्टेशन है, जहां से गुफाएं लगभग 5 किमी दूर हैं।अरकू से इसकी दूरी लगभग 36 किमी है, घुमावदार सर्पीले रास्ते से होकर यहां तक पहुंचते हैं। प्राकृतिक रूप से निर्मित बोर्रा गुफाएं भारत की सबसे गहरी और सबसे बड़ी गुफाएं हैं।
लाखों वर्ष पुरानी ये गुफाएं मुख्य रूप से कार्स्टिक चूना पत्थर संरचनाएं हैं, जो 80 मीटर की गहराई तक फैली हुई हैं। बोरा गुफाएं 2 वर्ग किलोमीटर में फैली हुई हैं और गुफा का मुंह 100 मीटर चौड़ा है। यहां तक पहुंचने के लिए पत्थर की सीढ़ी बनी हुई है। गुफा में आपके द्वारा ट्रेक की गई दूरी 350 मीटर है। गर्मी के मौसम में भी गुफा का अंदर का वातावरण ठंडा रहता है।
आंध्र प्रदेश की अनंतगिरी पहाड़ियों में स्थित, गुफाएं 1400 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हैं। बोर्रा गुफाएं, अरकू घाटी में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। प्रतिदिन बड़ी संख्या में पर्यटक इस स्थान पर पहुंचते हैं।
आंध्र प्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा गुफा के अंदर की गई सुंदर रंगीन प्रकाश व्यवस्था इसके भीतर की दिलचस्प प्राकृतिक संरचनाओं की खूबसूरती को एक आकर्षक रूप देती हैं। गुफा की विशालता देखकर पर्यटक मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। अरकू आने वाले पर्यटकों को इस स्थान की सैर अवश्य करना चाहिए।
बोर्रा गुफा के बाहर कुछ रेस्तरां उपलब्ध हैं जिनमें एपी पर्यटन रेस्तरां भी शामिल है जो दोपहर का भोजन और नाश्ता प्रदान करता है।
प्रवेश शुल्क - 60 रुपये (वयस्क), 45 रुपये (बच्चे), वीडियोग्राफी 100 रुपये
समय: सुबह 10 बजे से शाम 5.00 बजे तक।
कातिका वाटरफॉल (Katika Waterfall) -
अरकू घाटी में घूमने वाली जगह में कातिका वाटरफॉल एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है जिसका नाम कातिकी के नाम पर रखा गया है, जोकि इस स्थान का नाम है। कातिका वाटरफॉल की ऊंचाई लगभग 50 फुट है और बोर्रा गुफाओं से इसकी दूरी 4 किलोमीटर है।
कातिका वाटरफॉल, गोस्तानी नदी पर है। यह वाटरफॉल अरकू घाटी के सबसे आकर्षक वाटरफॉल के रूप में जाना जाता हैं। ट्रेकिंग के लिए भी यह बहुत लौकप्रिय हैं।
अनंतगिरी (Ananthagiri Hills) -
अनंतगिरी, अरकू घाटी की यात्रा के साथ जुड़ा हुआ है व प्रसिद्ध बोरा गुफाएं, अनंतगिरी के बहुत करीब हैं।
अनंतगिरी पहाड़ियों तक सड़क और रेल दोनों ही माध्यम से पहुंचा जा सकता है। इन पहाड़ियों के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन 9 किमी दूर बोरा गुहलू (Borra Guhalu) है।
अनंतगिरी की पहाड़ियां अपनी प्राकृतिक सुंदरता और आकर्षक मौसम के लिए जानी जाती हैं। प्रकृति की गोद के बीच कुछ समय बिताने के लिए यह एक आदर्श स्थान है। यह स्थान कॉफी के बागानों से घिरा हुआ है और आसपास की पहाड़ियों में झरने हैं जो हरियाली को बढ़ाते हुए हरे-भरे वातावरण का सृजन करते हैं।
यह स्थान अपने शांतिपूर्ण वातावरण के कारण पर्यटकों को आकर्षित करता है। सूर्योदय, सूर्यास्त, घने जंगलों और पर्वत श्रृंखलाओं के मनोरम दृश्य देखते ही बनते हैं। यहां ठहरने के लिए अनंतगिरी हिल रिसॉर्ट के साथ विभिन्न प्रकार के होटल और लॉज हैं जो ठहरने की सुखद सुविधाएं और सेवाएं प्रदान करते हैं।
टाइडा में जंगल बेल्स रिज़ॉर्ट अनंतगिरी से लगभग 11 किमी दूर है और यह ठहरने के लिए एक बढ़िया विकल्प है। अनंतगिरी की पहाड़ियों और इसके आसपास कई आकर्षण हैं जो पर्यटक देख सकते हैं। इसमें शामिल हैं - अनंतगिरी मंदिर, अनंतगिरी हिल्स व्यूपॉइंट, कोटिपल्ली जलाशय, टायडा पार्क आदि।
टायडा (Tyada) -
अराकू से 40 किलोमीटर और विशाखापट्नम से 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित टायडा, विजाग और अरकू घाटी के बीच पूर्वी घाट की जंगली पहाड़ियों में बसा एक छोटा आदिवासी गाँव है। इस छोटे से गांव में पर्यटक ज्यादा से ज्यादा समय बिताना पसंद करते हैं, खासकर द जंगल बेल्स नेचर कैंप में। यह शिविर एपी पर्यटन विभाग के सहयोग से मैनेज और स्थापित किया गया है।
इसके अलावा भी इस गांव में परिवार या प्रियजनों के साथ आराम करने और अच्छा समय बिताने के लिए कई अन्य रिसॉर्ट हैं।पर्यटकों के लिए आदिवासी परिवेश में लकड़ियों से बने हट्स और टेंट बनाए गए हैं। ट्रेकिंग, शूटिंग और रॉक क्लाइम्बिंग भी इस गाँव में बहुत पसंद की जाने वाली गतिविधियाँ हैं।
यह इको-टूरिज्म डेस्टिनेशन विभिन्न प्रकार के जानवरों और पक्षियों का घर होने के कारण पर्यटक यहां बर्ड वाचिंग भी कर सकते हैं। कैंप में गाइडों की मदद से जंगल में जनजातियों के रहन सहन आदि के बारे में जान सकते हैं।
गहन हरियाली के बीच स्थित टायडा, अरकू घाटी के पास के सबसे अच्छे और रमणीय स्टेशनों में से एक है। प्रकृति प्रेमियों ने इस जगह को धरती पर स्वर्ग जैसा बताया है। विजाग से अरकू ट्रेन से जाने पर टायडा (Tyada) स्टेशन, बोर्रा गुहलु स्टेशन से 20 किलोमीटर पहले पड़ता है।
जनजातीय संग्रहालय (Tribal Museum) -
अरकू जनजातीय संग्रहालय में आदिवासी व जनजातीय लोगों की दिनचर्या का चित्रण पूर्णतः देशी तरीके से किया गया है। अंदर कदम रखते ही ऐसा लगता है जैसे आप स्थानीय जनजातियों के किसी गांव में पहुंच गए हों। यहां आप उनकी दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों को दर्शाने वाले कलाकृतियों के साथ उनके घरों की सेटिंग देखते हैं।
इसमें बाजार के दृश्य हैं और विभिन्न त्योहारों में किये जाने वाले नृत्य को प्रदर्शित किया गया है। संगीत वाद्ययंत्र, मिट्टी के बर्तनों और स्थानीय रूपांकनों के साथ दीवारों के चित्र पर्यटकों को बांधे रखते हैं। यहां सप्ताह के विशेष दिनों में आदिवासी नृत्य संगीत का कार्यक्रम भी देखा जा सकता है। स्थानीय लोगों द्वारा बनाये गए हैंडीक्राफ्ट्स, पेंटिंग, बैग आदि यहां से खरीद सकते हैं।
कॉफी बागान (Coffee Plantation) -
अरकू अपने कॉफी पौधरोपण के लिए प्रसिद्ध है। अरकू में उत्पादित उत्तम किस्म की आर्गेनिक ब्रांड कॉफी अरकू एमराल्ड की बिक्री वैश्विक स्तर पर की जाती है।
अरकू क्षेत्र के बहुत से आदिवासी और छोटे किसान कॉफी उगाने के काम में लगे हैं। यहां जगह जगह छोटे स्टाल लगाकर कॉफी की बिक्री की जाती है।
छपराई जलप्रपात (Chaparai Waterfalls) -
अरकू बस स्टैंड से 13 किमी की दूरी पर, पडेरू-अरकू रोड पर स्थित छपराई एक सुंदर वॉटरफॉल है। यह जंगलों से घिरा एक दर्शनीय स्थान है और अरकू के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है।
इस झरने के आसपास फैली हुयी विस्तृत रॉक संरचनाओं से बहने वाली जल धाराएं एक सुंदर दृश्य उपस्थित करती हैं। इन तिरछी चट्टानों से एक विशाल प्राकृतिक जल स्लाइड बन जाता है। यह वॉटरफॉल तेलुगु फिल्म निर्माताओं के पसंदीदा स्थानों में से एक है।
इस स्थान में जब जल प्रवाह तेज़ न हो तब स्नान करना संभव है। परन्तु मानसून के मौसम में पानी के तेज़ प्रवाह के समय खतरा हो सकता है। यहां पहुंचने के लिए अरकू से पर्यटकों को टैक्सी किराए पर मिल जाती है।
बॉटनिकल गार्डन (Botonical Garden)
अरकू का पद्मपुरम वनस्पति उद्यान, प्रकृति प्रेमियों के लिए फूलों, पौधों और पेड़ों की विविधता के बीच शान्ति से समय बिताने का एक बढ़िया विकल्प है। छब्बीस एकड़ में फैले इस गार्डन की हरियाली आपके चित्त को प्रफुल्ल्ति करती है। यहां आपके 4 -5 घंटे कब निकल जाते हैं पता ही नहीं चलता, यह गार्डन एक अलग सा अहसास कराता है।
पदमपुरम उद्यान में विभिन्न प्रकार के फूल देखे जा सकते हैं यहां गुलाब के बगीचे में कई रंगों के गुलाब देख सकते हैं। मैंने कुछ घंटे का समय पद्मपुरम गार्डन में बिताया है। यहां पेड़ पौधों की बहुत सी वैरायटी देखी जा सकती है। जिसमें कई प्रकार के चन्दन, काले बांस आदि शामिल हैं। यहां पेड़ों की पहचान के लिए तख्तियाँ लगाई गई हैं।
शिव-पार्वती की सुंदर प्रतिमा के साथ-साथ डायनासोर की प्रतिकृतियां भी पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। गार्डन में टॉय ट्रेन बच्चों के मनोरंजन का एक अच्छा विकल्प है। टॉय ट्रेन के साथ-साथ आप यहां घुड़सवारी का भी मजा ले सकते हैं। पद्मपुरम वनस्पति उद्यान, अरकू के केंद्र से केवल 2 किमी दूर स्थित है और अरकू घाटी का विशेष आकर्षण है।
यहां सप्ताह के अंत में भीड़ अधिक होती है। मेरी राय में, अरकू में घूमने के लिए यह सबसे अच्छी जगह है, यहां तक कि संग्रहालयों से भी ज्यादा। यह एक सुव्यवस्थित सुंदर वनस्पति उद्यान है। यहां हरे-भरे वातावरण में किसी पेड़ के नीचे बैठकर ठंडी हवा का आनंद ले सकते हैं।
अरकू के देखने योग्य अधिकतर स्थानों पर एंट्री फीस लगती है जो समय समय पर परिवर्तनशील है। यहां घूमने के लिए जो स्थान 15 -20 किलोमीटर की दूरी पर हैं उसके लिए टैक्सी आपको रेलवे स्टेशन के पास भी मिल जायेगी। यहां ठहरने के लिए बहुत से रिसोर्ट और होटल उपलब्ध हैं।
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किस मौसम में जाएँ -
अरकू घूमने के लिए अक्टूबर से फरवरी तक ठंड का समय श्रेष्ठ है। गर्मी का मौसम यहां घूमने के लिए अधिक उपयुक्त नहीं है। बारिश के दिनों यहां थोड़ी परेशानी हो सकती है परन्तु पहाड़ी की हरियाली और बादलों की अठखेलियां देखने के इच्छुक पर्यटक इस मौसम में भी वहां पहुंचते हैं। विशाखापट्नम यात्रा के साथ अरकू घूमने प्लान बना सकते हैं।
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