17 Recession Proof Business-17बिज़नेस जो कभी बंद नहीं होंगे
आप जिस भी व्यवसाय में जाते हैं, उसमें कुछ जोखिम शामिल होते हैं, लेकिन कुछ व्यवसाय दूसरों की तुलना में स्वाभाविक रूप से बहुत अधिक जोखिम वाले होते हैं और मंदी के चक्र से अधिक प्रभावित होते हैं। सुनिश्चित करें कि आप जिस प्रकार के व्यवसाय में जाना चाहते हैं, उस व्यवसाय में आने वाले मंदी के सामान्य चक्र और जोखिमों से अवगत हैं।
इसके पश्चात जिस विशिष्ट व्यवसाय पर आप विचार कर रहे हैं, उसके जोखिम और रिटर्न क्षमता के बारे में सोचें। "no risk, no gain" एक सामान्य कहावत है, लेकिन स्मार्ट व्यवसायी ऐसे बिज़नेस का चुनाव करते हैं जिसमें रिस्क कम हो। इस प्रकार वे अपने लाभ को सुनिश्चित करने का प्रयास करते हैं।
विश्व समय समय पर आर्थिक मंदी से प्रभावित होता रहा है और इतिहास अपने आप को दोहराता है। मंदी निस्संदेह एक संकट का समय होता है और आपको लगता है कि सब कुछ धीरे-धीरे ढहना शुरू हो जाएगा।
मंदी के संकेत हमें वित्तीय समाचारों से मिलते हैं, आप उन संकेतों से जान सकते हैं कि हम मंदी की ओर बढ़ रहे हैं। नौकरी की हानि, खपत में कमी, ग्राहक धोखाधड़ी, बैंक धोखाधड़ी और तरलता संकट की रिपोर्ट से हमे पता लगता है कि हम एक वैश्विक मंदी की ओर बढ़ रहे हैं।
इस बात से हम सभी सहमत हो सकते हैं कि मंदी के दौरान, अधिकांश व्यवसाय प्रभावित होते हैं। कुछ बहुत प्रभावित होते हैं और कुछ पर मध्यम या निम्न प्रभाव पड़ता है। जब लोगों की आय सीमित होती है, तो वे लक्जरी वस्तुओं / मनोरंजन पर कम खर्च करते हैं और अपने पैसे को अनिवार्य खर्च तक सीमित रखते हैं और बड़ी खरीद से बचते हैं।
इस तरह की अनिश्चितताओं के बावजूद, ऐसे उद्योग एवं बिज़नेस हैं जो विस्तार करते हैं और अच्छा प्रॉफिट कमाते हैं जबकि शेष अर्थव्यवस्था पीड़ित और अपने अस्तित्व के लिए संघर्षरत होते हैं।
ऐसे व्यवसाय हैं जो मंदी के दौरान भी पनपते हैं और मंदी के प्रभावों का सामना कर सकते हैं। आइए देखें कि ऐसे विकराल समय में कौन से बिज़नेस पनपते हैं।
17 बिज़नेस जो कभी बंद नहीं होंगे (17 Business that are Recession Proof)
1. किराना स्टोर -
किराने का सामान आवश्यक सामान है, इसकी बिक्री मंदी के दौरान भी प्रभावित नहीं होती। अनाज, साबुन, तेल जैसी उपभोक्ता वस्तुएं (FMCG) बेंचने वाली दुकानें मंदी में भी सफल रहती हैं। हालांकि, लोग अपने पसंदीदा उत्पादों के लिए सस्ते विकल्प या ब्रांडों की तलाश करते हैं।
एक ऐसी अवधि में जो संकट से भरी हुई है, लोग आम तौर पर थोक में सामान खरीदने के लिए एम्पोरियम का दौरा करते हैं और रियायती दरों के जरिये अपना पैसा बचाते हैं।
ऐसे में डिस्काउंट स्टोर्स में भीड़ बढ़ जाती है और लोग बल्क में सामान खरीदते हैं क्योंकि इसमें उन्हें डिस्काउंट मिलता है। वेंडिंग मशीनों का व्यवसाय भी मंदी से बहुत अधिक प्रभावित नहीं होता है क्योंकि वे कम कीमतों पर आइटम बेचने के लिए सुविधाजनक होते हैं।
2. नाश्ते का बिज़नेस -
चाहे कैसी भी मंदी हो लोगों को खाने की जरूरत है, या तो फास्ट फूड रेस्तरां या नाश्ते के बिज़नेस खूब चलते हैं। ऐसी जगहों पर लोगों को उनकी पसंद का भोजन या नाश्ता कम दरों पर मिल जाता है इसलिए लोग यहां जाना पसंद करते हैं। मंदी के दौरान भी नाश्ते के सेंटर या फास्ट फूड चेन के कारोबार में वृद्धि देखी गई है।
3. स्वास्थ्य सेवा कारोबार -
आर्थिक मंदी के दौरान अच्छा प्रदर्शन कर सकने वाला कोई सेक्टर है, तो वह है - स्वास्थ्य सेवा कारोबार। किसी व्यक्ति के पास पर्याप्त धन हो या नहीं, वह अपनी दवा अवश्य खरीदता है। किसी भी तरह पैसे की व्यवस्था करके व्यक्ति डॉक्टरी सेवा लेता है। इस प्रकार अस्पताल, मेडिकल स्टोर्स और दवा से संबंधित अन्य कारोबार अत्यंत आवश्यक की श्रेणी में हैं, मंदी होने पर भी इनकी मांग कम नहीं होगी।
4. बेबी उत्पाद -
बच्चे का आगमन प्राकृतिक जीवन चक्र और निर्माण प्रक्रिया का एक हिस्सा हैं, बेबी के जन्म के साथ उससे संबंधित उत्पाद खरीदना लोगों के लिए एक आवश्यकता है। जिसकी पूर्ती प्रत्येक दंपत्ति अवश्य करता है। इसलिए बच्चे से संबंधित उत्पादों का व्यवसाय शायद ही कभी गिरता है।
5. पशु चिकित्सा सेवाएं -
इंसानों की तरह घरेलू जानवरों को भी स्वस्थ और बीमारी से दूर रखने के लिए डॉक्टरों की आवश्यकता होती है। घरों में पालतू जानवरों को रखने का चलन बढ़ता जा रहा है। इनकी साफ सफाई व टीके आदि की जरूरत मंदी के दौर में भी पड़ने वाली है, क्योंकि जो लोग अपने पालतू जानवरों से प्यार करते हैं, वे उन्हें स्वस्थ और स्वच्छ रखना चाहते हैं। इस प्रकार यह व्यवसाय चलता रहता है।
6. शिक्षा क्षेत्र -
मंदी के बावजूद शिक्षा क्षेत्र धीमा नहीं पड़ सकता। माता-पिता नहीं चाहेंगे कि बच्चे का स्कूल जाना बंद हो जाए इसलिए मंदी या आर्थिक गतिरोध के बावजूद वे बच्चे की स्कूल फीस के लिए भुगतान करना जारी रखेंगे। इसमें ऑनलाइन शिक्षा और कोर्स उपलब्ध करवाने वाले संस्थान अधिक सफल सिद्ध होने वाले हैं।
मंदी के दौरान नौकरियां खो सकती हैं, लेकिन उच्च शिक्षा की मांग बढ़ जाती है क्योंकि लोग अभी भी अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने को लेकर आशान्वित होते हैं। लोग दूसरी नौकरी खोजने के लिए सर्वोत्तम विकल्पों की तलाश करते हैं, और उच्च शिक्षा प्राप्त करना प्राथमिकता बन जाता है।शिक्षा के लिए लोगों की भूख बढ़ती है। बहुत से लोग अपनी नौकरी खो जाने पर अपनी शिक्षा जारी रखने का निर्णय लेते हैं।
7. सफाई सेवाएँ एवं मरम्मत कार्य -
घर की मरम्मत और रखरखाव व्यवसाय की मांग हमेशा स्थिर रहती है। लोगों को हमेशा मरम्मत सेवाओं की आवश्यकता होगी क्योंकि कभी भी कुछ भी क्षतिग्रस्त हो सकता है। व्यवसायिक स्थलों और घरों को हमेशा सफाई सेवाओं की आवश्यकता होती है।
चाहे कितना भी कठिन समय क्यों न हो, अपने स्थान को साफ रखना आवश्यक है। इसी प्रकार मकानों का रखरखाव जरूरी होता है एवं इससे संबंधित प्लंबिंग एवं इलेक्ट्रिक संबंधी कार्य भी निकलते रहते हैं। इन सेवाओं की मांग यथावत बनी रहती है।
8. रियल एस्टेट संबंधी कार्य -
आदमी को रहने के लिए मकान की आवश्यकता बनी रहने वाली है, भले ही वह मकान उसका हो या किराये पर लिया गया हो। भले ही मंदी के समय लोग सस्ते व कम किराये वाले मकान की डिमांड कर सकते हैं।
रियल एस्टेट एजेंट मंदी के समय में भी संपत्ति को किराए पर दिलवाने, बेचने में सक्षम होते हैं। किराये के घरों के अलावा विवाह स्थलों (marriage hall) की मांग भी बनी रहेगी। मंदी के समय भी वैवाहिक कार्य और पारिवारिक आयोजन चलते रहते हैं।
9. ट्रांसपोर्टिंग कार्य -
चाहे कैसा भी समय हो लोगों का एक स्थान से दूसरे स्थान में आना जाना बंद नहीं होता, उसी प्रकार माल का परिवहन भी आवश्यक होता है। लोगों को एक जगह से दूसरी जगह आने जाने के साधन की मांग चाहे वो सड़क मार्ग, जल मार्ग अथवा वायु मार्ग से हो हमेशा बनी रहने वाली है।
कृषि उत्पाद के अलावा फैक्ट्री उत्पादों के परिवहन की व्यवस्था के लिए ट्रांसपोर्टिंग बिज़नेस से जुड़े लोगों का काम मंदी से उतना अधिक प्रभावित नहीं होता। वस्तुओं की मांग और उत्पादन में संतुलन के लिए यह एक आवश्यक कार्य है।
10. शेयर मार्केट -
शेयर मार्केट से जुड़कर कमाई करने का कार्य भी मंदी से अप्रभावित रहने वाला है। शेयर मार्केट में ट्रेडिंग से जुड़े लोगों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि अर्थव्यवस्था में गिरावट है या शेयर्स के रेट गिर रहे हैं। यहां शेयर ट्रेडर के लिए शार्ट सेलिंग की सुविधा उपलब्ध है, जिसके जरिये गिरते बाज़ार में कमाई की जा सकती है।
शेयर बाजार में नई कंपनियों की लिस्टिंग होती रहेंगी और सेकंडरी मार्केट में शेयर की ट्रेडिंग होती रहेगी इसलिए यह कार्य बिना मंदी की गिरफ्त में आये अनवरत चलते रहने वाला है। शासन के लिए भी यह कार्य फायदेमंद है क्योंकि इससे राजस्व की आय होती है।
11. वित्तीय सलाहकार -
मंदी के दौरान भी टैक्स रिटर्न, एकाउंटिंग और सर्विस टैक्स का कार्य व्यापारियों एवं उद्यमियों के लिए जरूरी होता है। इसके लिए उन्हें कर सलाहकारों की आवश्यकता होती है। वित्तीय सलाहकार फर्म की जरूरत लोगों को शेयर बाजार या म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश के समय भी पड़ती है। जब शेयर बाजार मंदी से ग्रस्त हो जाते हैं तो बहुत से लोग निवेश के मामले में दिग्भ्रमित हो जाते हैं और उन्हें परामर्श सहायता की आवश्यकता होती है।
वित्तीय सलाहकार की मदद से आप एक ऐसे उद्योग में निवेश कर सकते हैं जो सुरक्षा प्रदान करता है चाहे अर्थव्यवस्था की स्थिति कोई भी हो। लोन (ऋण) से संबंधित सेवाओं की जरूरत मंदी के दौर में पहले से कहीं ज्यादा पड़ती है। एक ऋण परामर्श व्यवसाय या ऋण दिलवाने संबंधी कार्य की जरूरत, ऋण की अदायगी में चूक आदि के कारण और भी बढ़ेगी।
12. शराब और तंबाकू -
आप मंदी के समय लोगों से शराब और धूम्रपान बंद करने की उम्मीद नहीं कर सकते। देखा गया है कि वे ऐसे समय में और भी अधिक पीते हैं। चाहे बीयर बार हो या शराब बेचने का कार्य यह कभी मंदा नहीं पड़ता। ख़ुशी हो या गम, इसकी मांग हमेशा बनी रहती है। पीने वाले लोगों को पीने का बहाना हर परिस्थिति में मिल जाता है।
यही स्थिति तम्बाकू उत्पाद की भी है। चाहे गुटखा हो या सिगरेट, तम्बाकू की लाख बुराइयों के बावजूद इन उत्पादों का सेवन करने वाले इसके आदी होने की वजह से इसका सेवन नहीं छोड़ते। इस काम से व्यापारी और सरकार दोनों को राजस्व मिलता है इसलिए यह हमेशा चलने वाला धंधा है।
13. सुरक्षा सेवाएँ -
चूंकि मंदी के समय अपराध की दर बढ़ जाती है, इसलिए सुरक्षा प्रदाता का व्यवसाय बढ़ जाता है। बढ़ी हुई अपराध दर लोगों को उनकी संपत्तियों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपाय करने पर मजबूर करती है। ऐसे में सिक्यूरिटी एजेंसी का काम बढ़ जाता है और क्लोज सर्किट कैमरे की डिमांड बढ़ जाती है। ब्रेक-इन के डर के कारण, लोग अपने घर की सुरक्षा और अलार्म सिस्टम को अपग्रेड करते हैं।
14. हेयर सैलून -
मंदी के समय में लोग बेहतर दिखने की आवश्यकता महसूस करते हैं, और उन्हें बाल कटाने की आवश्यकता होती है। किसी भी स्थिति में सैलून के ग्राहक बने रहते हैं।
15. कृषि संबंधित सेवाएं -
भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां सर्वाधिक लोगों की जीविका का साधन कृषि ही है इस कारण मंदी के समय में भी कृषि से संबंधित कार्य चलते रहेंगे। किसानों को खाद, बीज व कृषि उपकरण उपलब्ध करवाने वाले व्यवसाय हमेशा चलने वाले व्यवसायों में शामिल हैं।
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16. ऑनलाइन वीडियो स्ट्रीमिंग सेवाएं -
नेटफ्लिक्स, अमेज़ॅन प्राइम जैसी वीडियो स्ट्रीमिंग सदस्यता सेवाओं पर मंदी का कम से कम प्रभाव पड़ेगा क्योंकि ये सेवाएं उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री प्रदान करती हैं और मंदी के दौरान मनोरंजन के स्रोत के रूप में कार्य करती हैं।
17. ऑनलाइन मार्केटिंग -
जो लोग ऑनलाइन मार्केटिंग व्यवसाय चलाते हैं, उन्हें मंदी की अवधि से सबसे अधिक लाभ होता है।जहाँ परम्परागत स्टोर, मंदी के दौरान विभिन्न वस्तुओं की बिक्री को बनाए रखने के लिए संघर्ष करते हैं, वहीं ऑनलाइन बिक्री व्यवसाय कामयाब हो सकता है। क्योंकि यहां किसी स्टोर में होने वाले बहुत से खर्चे बच जाते हैं इसलिए ग्राहकों को सामान उपलब्ध करवाने का यह एक सस्ता विकल्प है।
आशा है ये आर्टिकल "17 Recession Proof Business--17 बिज़नेस जो कभी बंद नहीं होंगे" आपको उपयोगी लगा होगा। इसे अपने मित्रों तक शेयर कर सकते हैं। अपने सवाल और सुझाव कमेंट बॉक्स में लिखें। ऐसी ही और भी उपयोगी जानकारी के लिए इस वेबसाइट पर विज़िट करते रहें।
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