Places to Visit in Lonawala and Khandala-लोनावला-खंडाला हिल स्टेशन
लोनावला-खंडाला हिल स्टेशन महाराष्ट्र में मुंबई -पुणे मार्ग पर स्थित है। लोनावला और खंडाला हिल स्टेशन पास-पास ही हैं इनके बीच की दूरी लगभग 5 KM. है। यह पर्यटन स्थल अपने खूबसूरत पहाड़ों, झरनों, झीलों और पत्थरों को काटकर बनाई गई गुफाओं के लिए जाना जाता हैं। इसके अलावा मुंबई -पुणे के नजदीक होने की वजह से यहां पहुंचना भी बेहद आसान है।
मुंबई से लोनावला की दूरी सड़क मार्ग से 82 KM.है और अगर आप ट्रेन से जाना चाहें तो दूरी मात्र 28 KM. है, मुंबई से यहां के लिए 25 डायरेक्ट ट्रेनें उपलब्ध हैं। नजदीकी एयरपोर्ट पुणे और मुंबई है, पुणे से लोनावला की दूरी लगभग 70 KM. है। अगर आपका मुंबई -पुणे जाने का कार्यक्रम बनता है तो 2 -3 दिन का समय निकलकर इस मनोरम स्थान का आनंद ले सकते हैं।
लोनावला का मौसम सालभर सुहावना रहता है। बारिश यहां अक्सर होती ही रहती है। वैसे तो यहां जाने के लिए अक्टूबर से मई तक का समय बेस्ट है, परन्तु मानसून के दौरान यहां का नैसर्गिक सौंदर्य जीवंत हो उठता है।
बारिश से चारों ओर की हरियाली और भी बढ़ जाती है। बादल आपको छू कर गुजरते हैं, इसकी धुंध में डूबकर आप सम्मोहित हो जाते हैं। इसलिए बारिश की परेशानियों के बावजूद बहुत से प्रकृति प्रेमी, मानसून के सीजन में यहां आना पसंद करते हैं।
पैदल चलकर पहाड़ों की खूबसूरती का नज़ारा करने के लिए यहां ट्रैकिंग सुविधा भी उपलब्ध है। प्राकृतिक सौंदर्य के बीच फ्रेंड्स और फैमिली के साथ छुट्टियां बिताने के लिए यह हिल स्टेशन बेस्ट ऑप्शन है।
खंडाला, कपल्स के घूमने के लिए भी एक शानदार डेस्टिनेशन हैं। अगर आप रास्ते के खुबसूरत नजारों का पूरा आनंद लेना चाहें तो अपनी बाइक और गाड़ी से यहां आ सकते हैं, यह सुविधाजनक भी है।
बारिश से चारों ओर की हरियाली और भी बढ़ जाती है। बादल आपको छू कर गुजरते हैं, इसकी धुंध में डूबकर आप सम्मोहित हो जाते हैं। इसलिए बारिश की परेशानियों के बावजूद बहुत से प्रकृति प्रेमी, मानसून के सीजन में यहां आना पसंद करते हैं।
पैदल चलकर पहाड़ों की खूबसूरती का नज़ारा करने के लिए यहां ट्रैकिंग सुविधा भी उपलब्ध है। प्राकृतिक सौंदर्य के बीच फ्रेंड्स और फैमिली के साथ छुट्टियां बिताने के लिए यह हिल स्टेशन बेस्ट ऑप्शन है।
खंडाला, कपल्स के घूमने के लिए भी एक शानदार डेस्टिनेशन हैं। अगर आप रास्ते के खुबसूरत नजारों का पूरा आनंद लेना चाहें तो अपनी बाइक और गाड़ी से यहां आ सकते हैं, यह सुविधाजनक भी है।
लोनावला-खंडाला में कई बजट होटल्स हैं, जहां आप आराम से रुककर खूबसूरत वादियों का मज़ा ले सकते हैं। आइए, जानते हैं लोनावला -खंडाला आने पर घूमने के लिए कौन कौन से खूबसूरत आकर्षण मौजूद हैं।
लोनावला -खंडाला के 13 दर्शनीय स्थल (Places to Visit in Lonawala and Khandala)
1. राजमाची पॉइंट -
राजमाची प्वाइंट लोनावाला-खंडाला का एक बेहतरीन पर्यटन स्थल है।राजमाची पॉइंट के ऊंचाई पर स्थित होने के कारण यहां से आसपास की पहाड़ियों और झरनों के शानदार दृश्य का नज़ारा किया जा सकता है।फोटोग्राफी के लिए यह एक शानदार जगह है।
राजमाची प्वाइंट को यह नाम मिलने की वजह छत्रपति शिवाजी महाराज के राजमाची किला का इस बिंदु के विपरीत स्थित होना है। राजमाची प्वाइंट में एक मंदिर और बच्चों के लिए सुन्दर पार्क है। खूबसूरत प्राकृतिक दृश्यों से भरपूर होने के कारण फिल्म निर्माताओं के लिए भी राजमाची पॉइंट एक पसंदीदा लोकेशन है।
2. लोनावला झील (Lonawala Lake) -
लोनावला झील अपने साफ़ स्वच्छ पानी और आसपास की सुंदर पहाड़ियों के कारण पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। लोनावाला झील बच्चों और फैमिली के साथ पिकनिक मनाने के लिए एक आदर्श जगह है।
यहां आप पैडल बोट और स्पीड बोट का आनंद ले सकते हैं। झील के किनारे हॉर्स राइडिंग भी की जा सकती हैं। इस जगह पहुंचना आसान है और भोजन या नाश्ते के लिए यहां आसपास कई रेस्टॉरेंट उपलब्ध हैं।
यहां आप पैडल बोट और स्पीड बोट का आनंद ले सकते हैं। झील के किनारे हॉर्स राइडिंग भी की जा सकती हैं। इस जगह पहुंचना आसान है और भोजन या नाश्ते के लिए यहां आसपास कई रेस्टॉरेंट उपलब्ध हैं।
3. पावना झील (Pawna Lake) -
पावना झील एक कृत्रिम जलाशय है जोकि लोनावला -खंडाला के प्रमुख आकर्षण में से एक है। लोनावाला के बाहरी इलाके में स्थित, यह झील एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल है। जो लोग प्रकृति की गोद में अपना समय बिताना चाहते हैं, उनके लिए यह एक आदर्श जगह है।यह झील, पावना बांध से बनी है, जो खंडाला और लोहागढ़ किला से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। सुन्दर वातावरण और प्राकृतिक हरियाली से भरपूर यह जगह फोटोग्राफी के लिए एक शानदार स्थान है। पर्यटक झील पर बोटिंग का आनंद लेते हुए तीन प्राचीन किलों - तिकोना, लोहागढ़ और तुंगा के आसपास के हरे-भरे नज़ारे को देख सकते हैं।
4. बुशी डैम (Bhushi Dam) -
यह बांध 1860 के दशक में रेलवे के स्टीम इंजन के लिए पानी के स्रोत के रूप में बनाया गया था। बुशी डैम खंडाला में इंद्रायणी नदी पर बना है। यहां सीढ़ियों और चट्टानों से गुजरने वाले पानी की तेज़ धार में खड़े होना पर्यटकों के मन को बहुत भाता है। यहां बहते पानी की आवाज़ मन को शांति प्रदान करती है।इस डैम में सतर्कता बहुत जरूरी है। यहां लोगों के पानी में डूबने के मामले देखे जाते हैं।इन दुर्घटनाओं को कम करने के लिए, लोनावाला पुलिस और रेलवे ने बांध के पास एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया, साथ ही बांध के आसपास के क्षेत्रों में शराब की खपत पर प्रतिबंध लगा दिया।
पर्यटकों को आमतौर पर सुबह 9 से दोपहर 3 बजे तक बांध पर जाने की अनुमति दी जाती है। स्थानीय बसों को छोड़कर, अन्य सभी बसों को क्षेत्र में प्रवेश करने पर प्रतिबंध है।
5. कुणे फॉल्स (Kune Falls) -
यह झरना पुराने मुंबई-पुणे राजमार्ग पर कुने में स्थित है, मुंबई से कुने 83 किलोमीटर दूर है। कुणे फॉल्स खंडाला से लगभग 4 KM. की दूरी पर लोनावला के रास्ते में स्थित हैं। कुने चर्च से कुछ मिनटों की ट्रेकिंग करके यहां पहुंच सकते हैं।यह प्रसिद्ध झरना खंडाला में पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र है। कुणे फॉल्स लगभग 200 मीटर की ऊँचाई से नीचे गिरता है और पर्यटकों के लिए दिलचस्प नजारा प्रस्तुत करता हैं।
इस झरने द्वारा बनाया गया पूल तैराकी और स्नान के लिए एक आदर्श स्थान है। इसके आस पास मंत्रमुग्ध कर देने वाली हरियाली के साथ आम के पेड़ भी हैं, जहां से कच्चे आमों का स्वाद ले सकते हैं। इस क्षेत्र के आसपास पके हुए अल्फांसो आमों का मज़ा मौसम के अनुसार ले सकते हैं। यह झरना पिकनिक के लिए एक आदर्श स्थान है।
6. भाजा गुफाएं (Bhaja Caves) -
इन गुफाओं में कई स्तूप हैं, जो उनकी महत्वपूर्ण विशेषताओं में से एक है। यहां स्थित शिलालेख और गुफा मंदिर को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा राष्ट्रीय महत्व के स्मारक के रूप में संरक्षित किया गया है।
इन गुफाओं की मेहराबदार छत और बरामदा की डिज़ाइन अद्वितीय और अचम्भित करने वाली है। आश्चर्य होता है कि सैकड़ों वर्ष पूर्व इनका निर्माण किस प्रकार से हुआ होगा। यहां दीवारों पर नक्काशी भी की गई है।
एक उल्लेखनीय नक्काशी में एक तबला बजाती महिला और दूसरी महिला नृत्य करती हुई दिखाई देती है। इससे तबला वाद्य का भारत में पुराने समय से उपयोग किया जाना परिलक्षित होता है।
भाजा गुफा के अन्दर सूर्य नारायण और इंद्र देव की प्रतिमा स्थापित हैं। सबसे प्रभावशाली स्मारक बड़ा मंदिर है -चैत्यगृह। जिसमें घोड़े की नाल के आकार का प्रवेश द्वार बेहद आकर्षक है।
भाजा गुफा के अन्दर सूर्य नारायण और इंद्र देव की प्रतिमा स्थापित हैं। सबसे प्रभावशाली स्मारक बड़ा मंदिर है -चैत्यगृह। जिसमें घोड़े की नाल के आकार का प्रवेश द्वार बेहद आकर्षक है।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अनुसार इस प्रकार की गुफाओं में यह सबसे पुराना है।
कार्ला गुफाओं के परिसर के भीतर कई आकर्षक नक्काशीदार चैत्य के साथ भिक्षुओं के लिए विहार हैं। चैत्यगृह के स्तंभों के साथ-साथ बरामदे पर भी भव्य मूर्तियां हैं। ये 15 गुफाएँ विस्तृत शिलालेखों के लिए भी जानी जाती हैं। यहां पर बुद्धकालीन स्थापत्य कला चरम सीमा पर है।
ट्रेकिंग के शौक़ीन प्रकृति प्रेमियों के लिए यह एक आदर्श स्थान है।लोहागढ़ किले में प्राचीन वास्तुकला के दर्शन होते हैं और ऊंचाई में स्थित होने के कारण यहां से प्राकृतिक सुंदरता का पूरा आनंद लिया जा सकता है।
लोहागढ़ किले में चार प्रवेश द्वार हैं। मुख्य दरवाजे पर नक्काशीदार सुंदर मूर्तियां देखी जा सकती हैं। इसके अलावा भी लोहागढ़ किले की वास्तुकला में कई आकर्षण जुड़े हुए हैं।
लोहागढ़ का किला घूमने के लिए आपको किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क अदा करने की जरूरत नही होती है, यह स्थान पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है। यह किला पर्यटकों के लिए सुबह 9 बजे से शाम के 6 बजे तक खुला रहता है।
चारों ओर हरे भरे पेड़ों से आच्छादित टाइगर पॉइंट से खूबसूरत पहाड़ियों, झरनों और झीलों को निहारा जा सकता है। टाइगर पॉइंट लोहागढ़ किला के नजदीक ही स्थित हैं।
यहां प्रवेश के लिए एंट्री फीस लगती है।अभ्यारण्य सूर्योदय से सूर्यास्त तक आगंतुकों के लिए खुला रहता है।अभ्यारण्य के पास ठहरने के लिए बहुत से होटल और रिसॉर्ट उपलब्ध हैं व अभयारण्य क्षेत्र के अंदर दो सरकारी रेस्ट हाउस भी हैं।
यह स्थान मुंबई शहर के पास स्थित एक प्रमुख पिकनिक स्पॉट है और खंडाला से लगभग 56 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। कर्नाला को वर्ष 1968 में पक्षी अभ्यारण का दर्जा दिया गया था। पक्षी अभ्यारण की चोटी पर कर्नाला किला स्थित है, जहां 1 घंटे की ट्रेकिंग करके पहुंचा जा सकता है।
कर्नाला पक्षी अभ्यारण 222 से अधिक प्रजाति के पक्षियों का घर है, अन्य प्रकार बहुत से प्रवासी पक्षियों का है। यहां 114 से अधिक प्रकार की तितलियाँ भी पाई जाती हैं। यह पक्षी अभयारण्य बर्ड वॉचर्स और हाइकर्स के लिए एक शानदार गंतव्य है।
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यहां विभिन्न प्रकार की मनोरंजन सुविधा एक ही जगह मिलने के कारण इसे वन स्टॉप मनोरंजन केंद्र के रूप में जाना जाता है। इसे 3 मनोरंजन क्षेत्रों में विभाजित किया गया है, जो कि थीम पार्क, स्नो पार्क और वाटर पार्क के रूप में हैं। यहां वीक डेज और वीकेंड में टिकट की दरें अलग होती हैं, मुंबई के विभिन्न भागों से यहां आने के लिए बसें चलती हैं
इसकी तुलना मैडम तुषाद म्यूजियम से तो नहीं की जा सकती परन्तु पर्यटकों के मध्य यह वैक्स म्यूजियम खासा लोकप्रिय है। यहां बॉलीवुड के सितारों से लेकर कई बड़े राजनेताओं के पुतले लगे हुए हैं।
लोनावला में यहां की प्रसिद्ध चिक्की के अलावा जैम, कैंडी और स्थानीय कलाकारों द्वारा निर्मित हेंडीक्राफ्ट खरीद सकते हैं। पर्यटक यहां के वड़ा पाव और शाकाहारी महाराष्ट्रियन थाली के साथ अन्य स्थानीय व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं।
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7. कार्ला गुफाएं (Karla Caves) -
कार्ला गुफाएं, शैली और स्थापत्य डिजाइनों में भाजा गुफाओं की तरह ही प्रतीत होती है। खंडाला के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शामिल कार्ला गुफाएं खंडाला के पास करली नामक स्थान पर स्थित हैं।कार्ला गुफाओं के परिसर के भीतर कई आकर्षक नक्काशीदार चैत्य के साथ भिक्षुओं के लिए विहार हैं। चैत्यगृह के स्तंभों के साथ-साथ बरामदे पर भी भव्य मूर्तियां हैं। ये 15 गुफाएँ विस्तृत शिलालेखों के लिए भी जानी जाती हैं। यहां पर बुद्धकालीन स्थापत्य कला चरम सीमा पर है।
8. लोहागढ़ किला (Lohagad Fort) -
लोहागढ़ का किला, लोनावाला से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर समुद्र तल से 3400 फीट की ऊंचाई पर स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल हैं। लोहागढ़ किला, यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में भी अपनी जगह बना चुका है। माना जाता है कि यह वही किला है, जिसमे छत्रपति शिवाजी महाराज अपना खजाना रखते थे।ट्रेकिंग के शौक़ीन प्रकृति प्रेमियों के लिए यह एक आदर्श स्थान है।लोहागढ़ किले में प्राचीन वास्तुकला के दर्शन होते हैं और ऊंचाई में स्थित होने के कारण यहां से प्राकृतिक सुंदरता का पूरा आनंद लिया जा सकता है।
लोहागढ़ किले में चार प्रवेश द्वार हैं। मुख्य दरवाजे पर नक्काशीदार सुंदर मूर्तियां देखी जा सकती हैं। इसके अलावा भी लोहागढ़ किले की वास्तुकला में कई आकर्षण जुड़े हुए हैं।
लोहागढ़ किला घूमने की टिप्स -
लोहागढ़ किला घूमने के लिए आपके कपड़े और जूते आरामदायक होना चाहिए। अगर मानसून के समय यात्रा कर रहे हैं तो रेनकोट ले जाना न भूले और साथ में पीने का पानी अवश्य रखें। किले के आसपास कुछ स्थानीय भोजनालय से भोजन ले सकते हैं।लोहागढ़ का किला घूमने के लिए आपको किसी तरह का कोई प्रवेश शुल्क अदा करने की जरूरत नही होती है, यह स्थान पर्यटकों के लिए बिलकुल फ्री है। यह किला पर्यटकों के लिए सुबह 9 बजे से शाम के 6 बजे तक खुला रहता है।
10. टाइगर पॉइंट का सीन (टाइगर्स लीप)-
खंडाला का प्रसिद्ध टाइगर लीप या टाइगर पॉइंट, आमबी घाटी की ओर जाने वाले मार्ग पर कुरावंडे नामक स्थान पर स्थित है। यह खूबसूरत स्थान वागढारी के नाम से प्रसिद्ध एक पहाड़ी की चोटी है।चारों ओर हरे भरे पेड़ों से आच्छादित टाइगर पॉइंट से खूबसूरत पहाड़ियों, झरनों और झीलों को निहारा जा सकता है। टाइगर पॉइंट लोहागढ़ किला के नजदीक ही स्थित हैं।
11. कर्नाला पक्षी अभयारण्य (Karnala Bird Sanctuary) -
कर्नाला पक्षी अभ्यारण्य भारत के महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में पनवेल से 12 किमी दूर स्थित है। इस अभ्यारण्य के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन पनवेल है।पनवेल बस स्टैंड से सुबह 5:00 बजे से रात 8:00 बजे तक प्रत्येक 30 मिनट के अंतराल पर अभ्यारण्य के लिए बसें हैं।यहां प्रवेश के लिए एंट्री फीस लगती है।अभ्यारण्य सूर्योदय से सूर्यास्त तक आगंतुकों के लिए खुला रहता है।अभ्यारण्य के पास ठहरने के लिए बहुत से होटल और रिसॉर्ट उपलब्ध हैं व अभयारण्य क्षेत्र के अंदर दो सरकारी रेस्ट हाउस भी हैं।
यह स्थान मुंबई शहर के पास स्थित एक प्रमुख पिकनिक स्पॉट है और खंडाला से लगभग 56 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। कर्नाला को वर्ष 1968 में पक्षी अभ्यारण का दर्जा दिया गया था। पक्षी अभ्यारण की चोटी पर कर्नाला किला स्थित है, जहां 1 घंटे की ट्रेकिंग करके पहुंचा जा सकता है।
कर्नाला पक्षी अभ्यारण 222 से अधिक प्रजाति के पक्षियों का घर है, अन्य प्रकार बहुत से प्रवासी पक्षियों का है। यहां 114 से अधिक प्रकार की तितलियाँ भी पाई जाती हैं। यह पक्षी अभयारण्य बर्ड वॉचर्स और हाइकर्स के लिए एक शानदार गंतव्य है।
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12. इमेजिका ( Imagica) थीम पार्क -
इमेजिका थीम पार्क खोपोली के पास मुंबई - पुणे एक्सप्रेस वे पर स्थित है।खंडाला के प्रमुख आकर्षण में शामिल इमेजिका थीम पार्क को अप्रैल 2013 में खोला गया है और यह पार्क महाराष्ट्र के प्रमुख मनोरंजन थीम पार्कों में से एक है।यहां विभिन्न प्रकार की मनोरंजन सुविधा एक ही जगह मिलने के कारण इसे वन स्टॉप मनोरंजन केंद्र के रूप में जाना जाता है। इसे 3 मनोरंजन क्षेत्रों में विभाजित किया गया है, जो कि थीम पार्क, स्नो पार्क और वाटर पार्क के रूप में हैं। यहां वीक डेज और वीकेंड में टिकट की दरें अलग होती हैं, मुंबई के विभिन्न भागों से यहां आने के लिए बसें चलती हैं
13. वैक्स म्यूजियम (Wax Museum)-
लोनावला में स्थित सुनील वैक्स म्यूजियम में देश विदेश की कई मशूहर हस्तियों के मोम से बने पुतले देखे जा सकते हैं। यहां उनके साथ फोटो भी खिंचवाई जा सकती है।इसकी तुलना मैडम तुषाद म्यूजियम से तो नहीं की जा सकती परन्तु पर्यटकों के मध्य यह वैक्स म्यूजियम खासा लोकप्रिय है। यहां बॉलीवुड के सितारों से लेकर कई बड़े राजनेताओं के पुतले लगे हुए हैं।
लोनावला में यहां की प्रसिद्ध चिक्की के अलावा जैम, कैंडी और स्थानीय कलाकारों द्वारा निर्मित हेंडीक्राफ्ट खरीद सकते हैं। पर्यटक यहां के वड़ा पाव और शाकाहारी महाराष्ट्रियन थाली के साथ अन्य स्थानीय व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं।
आशा है ये आर्टिकल "Places to Visit in Lonawala and Khandala-लोनावला-खंडाला हिल स्टेशन" आपको पसंद आया होगा। इसे अपने मित्रों तक शेयर कर सकते हैं। अपने सवाल एवं सुझाव कमेंट बॉक्स में लिखें। ऐसी ही और भी उपयोगी जानकारी के लिए इस वेबसाइट पर विज़िट करते रहें।
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