Emergency Fund Planning-इमरजेंसी फण्ड बनाने के फायदे
आपातकालीन कोष (Emergency Fund) आपके भविष्य में होने वाले किसी आकस्मिक या आपात स्थितियों में होने वाले खर्च के लिए लोन लेने से बचाता है और आप अपनी जरूरत के अनुसार इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
इस प्रकार की तैयारी करने से भविष्य में अचानक आने वाले वित्तीय संकट से आप अपने आपको सुरक्षित करते हैं। एक आदर्श वित्तीय नियोजन (Financial Planning) के लिए इमरजेंसी फण्ड की व्यवस्था होना आवश्यक है।
आपका आपातकालीन कोष आपको एक अप्रत्याशित वित्तीय आघात की स्थिति से निपटने में मदद तो करता ही है, साथ ही आपके तनाव को कम करके मानसिक स्थिति को भी मजबूत बनाये रखता है जिससे आप समस्या का समाधान निकाल लेते हैं क्योंकि आपको फण्ड के खत्म होने से पहले तक का समय मिल जाता है।
आप अपने पिछले अनुभव के आधार पर देख सकते हैं कि कैसे अनियोजित खर्च आते हैं, उन्हें लिखें और भविष्य के इमरजेंसी फण्ड की प्लानिंग करते समय इस प्रकार के खर्चों का ध्यान रखें। आइये जानते हैं उन 6 कारणों को कि आपके पास एक आपातकालीन कोष (Emergency Fund) किसलिये होना चाहिए।
आप अपने पिछले अनुभव के आधार पर देख सकते हैं कि कैसे अनियोजित खर्च आते हैं, उन्हें लिखें और भविष्य के इमरजेंसी फण्ड की प्लानिंग करते समय इस प्रकार के खर्चों का ध्यान रखें। आइये जानते हैं उन 6 कारणों को कि आपके पास एक आपातकालीन कोष (Emergency Fund) किसलिये होना चाहिए।
इमरजेंसी फण्ड की जरूरत क्यों है (Why Emergency Fund necessary)-
1. प्राकृतिक आपदाओं के आने पर -
कोरोनावायरस जैसी आपदाओं के आने का पहले से पता नहीं होता। इस तरह की आपदाओं से मनुष्य का जीवन संकट से घिर जाता है। एक तरफ उसे मृत्यु का भय सताता है तो दूसरी तरफ आर्थिक संकट मुँह बाए खड़ा होता है।
लॉक डाउन होने के कारण छोटे बड़े सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद होते हैं। जिससे आय के साधन तो बंद हो जाते हैं परन्तु बैंक का ब्याज, दुकान का किराया जैसे बहुत से खर्चे बंद नहीं होते।
सबसे अधिक समस्या छोटे दुकानदार, एजेंट, प्राइवेट नौकरी करने वाले लोगों और वर्कर्स के सामने आर्थिक संकट के रूप में आती है। इमरजेंसी फण्ड होने से ऐसी दशा में उन्हें मदद मिल सकती है और वे लोन लेने से बच सकते हैं।
2. नौकरी छूटने की दशा में -
अगर आप किसी भी कारण से अपनी नौकरी खो देते हैं तो नई नौकरी खोजने और मिलने में समय लग सकता है। लेकिन आपको अभी भी अपने घर के खर्चे, बिजली के बिल, बच्चों की स्कूल फीस और घर का किराया या होम लोन की मासिक किश्तों का भुगतान करना होगा।
ऐसी स्थिति आना बहुत कठिन नहीं है क्योंकि अधिकतर लोग प्राइवेट कंपनियों में काम करते हैं, जहां कार्य की शर्तें और नीतियाँ बहुत सख्त होती है। आपके पास इमरजेंसी फण्ड होने पर किसी नई जगह नौकरी खोजने और मिलने में लगने वाले समय के दौरान होने वाले खर्चों की पूर्ती की जा सकती है।
3. मेडिकल इमरजेंसी होने पर -
आपको या आपके परिवार के सदस्य को मेडिकल इमरजेंसी की जरूरत पड़ सकती है। इलाज के बढ़ते हुए खर्चों को ध्यान रखा जाए तो इसमें आपको एक बड़ी राशि की व्यवस्था करनी पड़ सकती है।
इमरजेंसी फण्ड न होने पर आपको पैसों के लिए परेशान होना पड़ सकता है। वक़्त पर लोन या संबंधियों से उधार पैसे मिल जाएँ, इसी प्रयास में आप लगे रह सकते हैं। जबकि ऐसे समय में आपको पेशेंट की देखभाल में लगना होता है।
एक अच्छी तरह से वित्त पोषित आपातकालीन कोष आपको इन मेडिकल खर्चों से निपटने में मदद कर सकता है और आप ऐसी चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना कर सकने में सक्षम हो पाते हैं। यदि आपने मेडिकल बीमा (health insurance) लिया हुआ है, तब आपको कुछ सुगमता हो सकती है परन्तु उसकी भी बहुत सी शर्तें होती हैं। हो सकता है मेडिकल खर्चे ज्यादा हो जाएं और आपकी अपेक्षा के अनुरूप बीमा कंपनी से भुगतान न मिल पाए।
4. मेंटेनेंस के खर्चे -
जब आप अपना घर बनाते हैं, तो आपको सभी आवश्यक मरम्मत और रखरखाव के लिए पैसों की जरूरत पड़ेगी। कार या घर की मरम्मत के लिए इमरजेंसी फण्ड की जरूरत कभी भी पड़ सकती है। आपकी कार में कोई बड़ा खर्चा आ सकता है या मकान में लीकेज- सीपेज आदि के लिए मरम्मत की जरूरत पड़ सकती है।
घर की मरम्मत महंगी भी हो सकती है। इसके अतिरिक्त प्लंबिंग के खर्चे भी मकान में अचानक आने की संभावना बनी रहती है। अन्य प्रकार के आकस्मिक खर्चों में घरेलू उपकरण खराब हो सकते हैं, AC की रिपेयरिंग कार्य भी घर में निकलते रहते हैं।
घर की मरम्मत महंगी भी हो सकती है। इसके अतिरिक्त प्लंबिंग के खर्चे भी मकान में अचानक आने की संभावना बनी रहती है। अन्य प्रकार के आकस्मिक खर्चों में घरेलू उपकरण खराब हो सकते हैं, AC की रिपेयरिंग कार्य भी घर में निकलते रहते हैं।
आपका आपातकालीन फंड आपको इन लागतों को संभालने में मदद कर सकता है और घर को थोड़ा कम तनावपूर्ण रख सकता है। इन खर्चों के आने से पहले बचत करते हुए पैसों की व्यवस्था रखने का प्रयास करें।
5. यदि आप परिवार से दूर रहते हैं -
घर की यात्रा करना महंगा हो सकता है और यदि किसी आपात स्थिति के लिए अंतिम समय पर विमान यात्रा करने की आवश्यकता होती है, तो लागत बढ़ जाती है। मेडिकल इमरजेंसी या अंतिम संस्कार की स्थिति में घर या परिवार के अन्य सदस्यों के लिए विमान के टिकटों की लागत को कवर करने के लिए एक अच्छा आपातकालीन फंड मदद करता है। एयरलाइन टिकट की कीमत और अन्य खर्चों के लिए बचत करना शुरू करके इस स्थिति से निपटा जा सकता है।
6. यदि आप Self Employed हैं -
यदि आप Self Employed (स्व-नियोजित) हैं या एक स्वतंत्र ठेकेदार अथवा रियल एस्टेट एजेंट हैं तो आपके पास एक अच्छा आपातकालीन फंड होना जरूरी है। किसी एजेंट का कार्य अनिश्चितता से भरा होता है। मार्केट में तेज़ी के समय हो सकता है उसे महीने में 4 सौदे करवाने के अवसर मिलें, परन्तु मंदी के समय महीनों तक किसी एक सौदे के लिए इंतज़ार करना पड़ सकता है। आपका आपातकालीन फंड इसकी भरपाई में मदद कर सकता है।
अधिकतर व्यवसाय इस प्रकार के होते हैं कि उनमें कुछ समय बाद एक चक्रीय मंदी का दौर आता है और कमाई बिलकुल कम हो जाती है। यदि आप योजना बनाकर ऐसे समय की पूर्व तैयारी रखेंगे तो व्यवसाय धीमा होने पर आपको हर महीने होने वाले खर्च को पूरा करने में आसानी रहेगी।
यदि अपने व्यवसाय की पूँजी निकालकर अपने खर्चे पूरे करेंगे तो कुछ महीनों में आपके व्यवसाय की कमर टूट सकती है। इसके लिए अतिरिक्त बचत की योजना बनाकर अपने आपातकालीन कोष में अधिक धन जमा करने पर काम करना चाहिए।
यदि आप सरकारी नौकरी में नहीं हैं और आय के लिए किसी एक स्त्रोत पर निर्भर हैं, तो आपके आपातकालीन कोष में कम से कम एक वर्ष का खर्च होना चाहिए। यदि आप छोटे व्यवसायी हैं और किसी कारण से दुकान खाली करने या कोई नया व्यवसाय करने की नौबत आती है तो नई जगह में काम जमाने में भी काफी समय लगता है।
सामान्यतः 3 से 6 माह के खर्च के बराबर रकम इमरजेंसी फण्ड में रखने की बात की जाती है परन्तु आज के दौर में 3 -4 महीने में अपनी पसंद और योग्यता के अनुसार नई नौकरी खोजना और मिलना इतना आसान भी नहीं है। यदि जल्दबाजी में कोई भी नौकरी करने लगेंगे तो वहां टिकना आपके लिए मुश्किल हो जायेगा। फिर यह भी ध्यान रखें कि आपको पहला वेतन 1 माह काम करने के बाद ही मिलेगा।
आपातकालीन कोष का आकार आपके खर्चों पर निर्भर करता है, जिसमें loan repayment शामिल है। यदि आपके पास बकाया ऋण हैं, जिस पर आप EMI का भुगतान करते हैं, तो आपको इसका ध्यान रखते हुए एक बड़े इमरजेंसी फण्ड की आवश्यकता होगी। घर में यदि आप अकेले कमाने वाले हैं तो आश्रितों की संख्या को ध्यान रखते हुए इमरजेंसी फण्ड की प्लानिंग करना चाहिए।
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यदि म्यूच्यूअल फण्ड में रूचि रखते हैं तो कुछ राशि को लिक्विड-प्लस फंड्स में निवेश किया जा सकता है। लिक्विड फंड छोटी अवधि की स्कीम हैं, जहां से बिना किसी एग्जिट लोड के कभी भी पैसा निकाला जा सकता है।
अधिकतर व्यवसाय इस प्रकार के होते हैं कि उनमें कुछ समय बाद एक चक्रीय मंदी का दौर आता है और कमाई बिलकुल कम हो जाती है। यदि आप योजना बनाकर ऐसे समय की पूर्व तैयारी रखेंगे तो व्यवसाय धीमा होने पर आपको हर महीने होने वाले खर्च को पूरा करने में आसानी रहेगी।
यदि अपने व्यवसाय की पूँजी निकालकर अपने खर्चे पूरे करेंगे तो कुछ महीनों में आपके व्यवसाय की कमर टूट सकती है। इसके लिए अतिरिक्त बचत की योजना बनाकर अपने आपातकालीन कोष में अधिक धन जमा करने पर काम करना चाहिए।
इमरजेंसी फण्ड में कितने पैसे रखने चाहिए -
यदि आप सरकारी नौकरी में नहीं हैं और आय के लिए किसी एक स्त्रोत पर निर्भर हैं, तो आपके आपातकालीन कोष में कम से कम एक वर्ष का खर्च होना चाहिए। यदि आप छोटे व्यवसायी हैं और किसी कारण से दुकान खाली करने या कोई नया व्यवसाय करने की नौबत आती है तो नई जगह में काम जमाने में भी काफी समय लगता है।
सामान्यतः 3 से 6 माह के खर्च के बराबर रकम इमरजेंसी फण्ड में रखने की बात की जाती है परन्तु आज के दौर में 3 -4 महीने में अपनी पसंद और योग्यता के अनुसार नई नौकरी खोजना और मिलना इतना आसान भी नहीं है। यदि जल्दबाजी में कोई भी नौकरी करने लगेंगे तो वहां टिकना आपके लिए मुश्किल हो जायेगा। फिर यह भी ध्यान रखें कि आपको पहला वेतन 1 माह काम करने के बाद ही मिलेगा।
आपातकालीन कोष का आकार आपके खर्चों पर निर्भर करता है, जिसमें loan repayment शामिल है। यदि आपके पास बकाया ऋण हैं, जिस पर आप EMI का भुगतान करते हैं, तो आपको इसका ध्यान रखते हुए एक बड़े इमरजेंसी फण्ड की आवश्यकता होगी। घर में यदि आप अकेले कमाने वाले हैं तो आश्रितों की संख्या को ध्यान रखते हुए इमरजेंसी फण्ड की प्लानिंग करना चाहिए।
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इमरजेंसी फण्ड के पैसे कहाँ जमा करें -
इमरजेंसी फण्ड के पैसे इस तरह जमा किये जाने चाहिए जहां जरूरत पड़ने पर बिना किसी देरी के आप पैसे निकाल सकें। साथ ही आपको यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि पैसे निकलने पर आपको एग्जिट लोड या प्री-विदड्रॉल पेनल्टी न देनी पड़े। हाई रिस्क हाई गेन की जगह यहां पैसे की सेफ्टी का ध्यान अधिक रखा जाना चाहिए। पैसे रखने के कुछ विकल्प इस प्रकार हैं -A. बचत खातों में -
बचत खातों में पैसे रखने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप जब चाहें अपने पैसे निकाल सकते हैं इसमें ATM सुविधा के साथ ऑनलाइन मनी ट्रांसफर भी किया जा सकता है। इसमें ब्याज अवश्य कम मिलता है, आप चाहें तो अपने बचत खाते में फिक्स्ड डिपॉजिट सुविधा भी ले सकते हैं जिसके अंतर्गत एक निर्धारित राशि से ज्यादा रकम आपके बचत खाते में होने पर वह आटोमेटिक FD में बदल जाती है।B. फिक्स्ड डिपॉजिट -
अपने इमरजेंसी फण्ड की कुछ रकम बचत खाते में रखें, शेष रकम शार्ट टर्म FD के रूप में रख सकते हैं। एकमुश्त रकम की एक FD बनवाने की जगह उसे टुकड़ों में बांटकर 3-4 FD बनवाएंगे तो पैसे निकालने में अधिक सुविधा रहेगी।also read -
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C. गोल्ड में निवेश -
गोल्ड में निवेश करना सुरक्षित समझा जाता है और इसमें निवेश करने का बड़ा लाभ यह है कि आप जब चाहें इसे बेचकर नगद रकम प्राप्त कर सकते हैं। अगर फिजिकल रूप में गोल्ड रखना चाहते हैं तो ज्वेलरी लेने की बजाय कॉइन, बिस्किट या गोल्ड बार खरीदें, जिससे बेचते समय आप मेकिंग चार्ज और पैसे काटने के अन्य तरीकों से अपना बचाव कर पाएंगे। अब तो सोने में निवेश करने के गोल्ड ETF जैसे अन्य तरीके भी उपलब्ध हैं।D. लिक्विड फंड्स -
यदि म्यूच्यूअल फण्ड में रूचि रखते हैं तो कुछ राशि को लिक्विड-प्लस फंड्स में निवेश किया जा सकता है। लिक्विड फंड छोटी अवधि की स्कीम हैं, जहां से बिना किसी एग्जिट लोड के कभी भी पैसा निकाला जा सकता है।
चूंकि वे फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट्स जैसे कि डिपॉजिट के सर्टिफिकेट, कमर्शियल पेपर, ट्रेजरी बिल, सरकारी सिक्योरिटीज और 91 दिनों की परिपक्वता के साथ अन्य डेट पेपर में निवेश करते हैं, इसलिए उन्हें सुरक्षित माना जाता है। परन्तु यहां FD की तरह किसी फिक्स इनकम की गारंटी नहीं होती।
इस प्रकार जब आप इमरजेंसी फण्ड बनाने की शुरुवात करते हैं तो इससे न केवल एक आपातकालीन स्थिति से आपको उबरने में मदद मिलती है बल्कि आपके दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्यों तक पहुंचने में भी यह सहायक हो सकती है। इसलिए अप्रत्याशित खर्चों के लिए बीमा पॉलिसी के रूप में अपने आपातकालीन फंड के बारे में सोचें।
आशा है ये आर्टिकल "Emergency Fund Planning-इमरजेंसी फण्ड बनाने के फायदे " आपको उपयोगी लगा होगा। इसे अपने मित्रों एवं परिवार के अन्य सदस्यों तक प्रेषित करें जिससे उन्हें भी इसका लाभ मिल सके। अपने सुझाव एवं सवाल कमेंट बॉक्स में लिखें। ऐसी ही और भी उपयोगी जानकारी के लिए इस वेबसाइट पर विज़िट करते रहें।
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आशा है ये आर्टिकल "Emergency Fund Planning-इमरजेंसी फण्ड बनाने के फायदे " आपको उपयोगी लगा होगा। इसे अपने मित्रों एवं परिवार के अन्य सदस्यों तक प्रेषित करें जिससे उन्हें भी इसका लाभ मिल सके। अपने सुझाव एवं सवाल कमेंट बॉक्स में लिखें। ऐसी ही और भी उपयोगी जानकारी के लिए इस वेबसाइट पर विज़िट करते रहें।
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