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Thursday, 27 February 2020

7 Ways to Boost your Self Confidence-आत्मविश्वास बढ़ाने के 7 उपाय

7 Ways to Boost your Self Confidence-आत्मविश्वास बढ़ाने के 7 उपाय 

जीवन में हमें अनेक प्रकार की समस्याओं और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। अगर हमारे अंदर आत्मविश्वास (self confidence) की कमी होगी तो हम छोटी छोटी बातों से विचलित हो जायेंगे, जिससे समस्या का समाधान नहीं हो पायेगा। 

 आत्मविश्वास के बिना जीवन में हर कार्य में कठिनाई आएगी और सफलता एक स्वप्न बनकर रह जाएगी।आत्मविश्वास (self confidenceको किसी व्यक्ति की क्षमताओं, गुणों और निर्णय में विश्वास की भावना के रूप में परिभाषित किया जाता है। 
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   आत्मविश्वास आपके स्वास्थ्य और मनोवैज्ञानिक कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है। आत्मविश्वास का एक स्वस्थ स्तर होने से आप अपने व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में सफल हो सकते हैं।

  ज़रुरत इस बात की है कि अपने confidence  level को बढ़ा कर एक नए और बेहतर level तक ले जाया जायें। किसी कार्य को करने की हिम्मत न जुटा पाना कमजोर आत्मविश्वास को व्यक्त करता है, इसके बहुत से कारण हो सकते है। 

आत्मविश्वास की कमी के कारण -

A. हीनभावना से ग्रस्त होना -

यदि आप खुद पर विश्वास नहीं करते हैं, तो आप किसी और से प्रशंसा पाने की उम्मीद कैसे कर सकते हैं? जो लोग अपने को दूसरों से किसी भी प्रकार से कमतर समझते हैं उनमें आत्मविश्वास की कमी होती है। 

  स्वयं को आर्थिक या शैक्षणिक रूप से कमजोर समझने के कारण ऐसे लोग अकेलेपन के शिकार हो जाते हैं और इनका दूसरे लोगों से मिलना जुलना कम हो जाता है। ऐसे व्यक्तियों में हमेशा आत्मविश्वास की कमी दिखाई पड़ती है।

B. शारीरिक बनावट की चिंता -

कुछ लोग अपने शारीरिक बनावट को लेकर हमेशा चिंतित रहते हैं और इसके कारण स्वयं को प्रभावी रूप से प्रदर्शित नहीं कर पाते। अपने व्यक्तित्व को दोषपूर्ण समझने के कारण सफलता के लिए परिश्रम भी नहीं करते। इनमें आत्मविश्वास का स्तर बहुत कम होता है। 

C. स्वयं निर्णय न लेने वाले -

जो लोग हमेशा दूसरों का अनुशरण करने की प्रवृति रखते हों और अपने छोटे-छोटे कार्य भी स्वयं करने की जगह दूसरों से मदद मांगना पसंद करते हों, इनमें आत्मविश्वास की कमी होती है। 
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 डेवनपोर्ट ने कहा है - "कम आत्मविश्वास  जीवन में मिली कोई सजा नहीं है। आत्मविश्वास किसी भी अन्य कौशल की तरह ही सीखा जा सकता है, अभ्यास किया जा सकता है और महारत हासिल की जा सकती है। एक बार जब आप इसमें महारत हासिल कर लेते हैं, तो आपके जीवन में हर चीज बेहतर होनी शुरू हो जाती है।"

   नीचे दिए गए कुछ सुझावों का अभ्यास करना शुरू करें। कुछ समय के पश्चात आपको अपना आत्मविश्वास बढ़ा हुआ महसूस होगा जिसकी दूसरे लोग भी प्रशंसा करेंगे।  

आत्मविश्वास बढ़ाने के उपाय (Self-confidence Tips) -

1. सीखने और करने की कोशिश करें -

आत्मविश्वास के लिए सिर्फ, स्वयं पर विश्वास करना पर्याप्त है, यह समझना आपकी बड़ी भूल सिद्ध होगी। "मुझे अपने ऊपर विश्वास है और मै यह कार्य कर लूंगा", ऐसा सोचने मात्र से आप सफल नहीं होने वाले हैं।

   उन चीजों को करने की कोशिश करें जो आपको करना आवश्यक है, परन्तु असफलता के डर या नुकसान की आशंका के कारण आप उससे बचते रहे।

 आप अपने को प्रयोग करने के लिए तैयार करें और देखें कि क्या होता है।आप देख सकते हैं कि कुछ गलतियाँ करना जितना आपने सोचा था उतना बुरा नहीं है और हर बार जब आप आगे बढ़ते हैं तो खुद पर अधिक विश्वास हासिल करते हैं। 

  आपको पूर्ण आत्मविश्वास और सफलता तभी मिलेगी जब आप उसके काबिल बनेंगे। जब आप ज्ञान प्राप्त करके अपनी क्षमताओं को विकसित कर लेते हैं तभी आपके अंदर पूर्ण आत्मविश्वास का उदय होता है।


  इस तरह से पूर्ण आत्मविश्वासी व्यक्ति डटे रहकर काम कर पाता है और परिस्थितयों के आगे नहीं झुकता। कठिनाइयां उसका कुछ बिगाड़ नहीं पाती, बल्कि बुरे अनुभव से वह और सीखता जाता है और अंततः सफलता प्राप्त कर लेता है। 
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2. बॉडी फिट रखें -

यदि आप अपने शरीर के लिए हानिकारक गतिविधि कर रहे हैं और उसका दुरुपयोग कर रहे हैं तो अपने बारे में अच्छा महसूस करना कठिन है। नींद में कंजूसी करना, अस्वास्थ्यकर भोजन करना और व्यायाम से परहेज करना आपकी सेहत पर भारी पड़ेगा। 

 अध्ययन से पता चलता है कि शारीरिक सक्रियता आत्मविश्वास बढ़ाती है। व्यायाम करने से सामान्य स्वास्थ्य लाभ के अलावा मेमोरी रिटेंशन में मदद मिलती है, फोकस में सुधार होता है, स्ट्रेस मैनेजमेंट करने और अवसाद को रोकने में मदद मिलती है। 

   व्यायाम आपके जीवन के हर पहलू को बेहतर बनाता है। न्यूरोसाइकिएट्रिक डिसीज़ एंड ट्रीटमेंट में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि नियमित शारीरिक गतिविधि से शरीर की छवि में सुधार होता है औरव्यक्ति स्वयं को अधिक आत्मविश्वासी  महसूस करता है। इसलिए आत्म-देखभाल को प्राथमिकता बनाएं। जब आप शारीरिक रूप से स्वयं को सबसे अच्छे रूप में पायेंगे तो स्वाभाविक रूप से अपने बारे में अधिक आश्वस्त महसूस करेंगे।

3. सकारात्मकता लाएं -

जब आपका लक्ष्य या परियोजना अपने शुरुआती चरण में होती है और कोई कहता है कि आपका लक्ष्य बकवास है, या आप ऐसा नहीं कर सकते हैं, तो आप उनका विश्वास करने लगते हैं क्योंकि आपके अंदर भी संदेह के बादल पहले से घुमड़ रहे होते हैं। 

  तार्किक रूप से आप सोचते हैं, "मैं कैसे सही हो सकता हूं जब यह व्यक्ति और मेरे भी संदेह मुझे बता रहे हैं कि मैं ऐसा नहीं कर सकता, शायद मेरी योजना ही बकवास है।" यहां आपको उन लोगों को बताना होगा कि वे गलत हैं।  उन्हें बताएं कि आप अपने लक्ष्य को पाने के लिए दृढ संकल्पित हैं और खुद पर विश्वास करते हैं, इसलिए आप इसे पूरा करने जा रहे हैं।  

 अपने रिश्तेदारों और दोस्तों का मूल्यांकन करें और देखें कि उनमें वे कौन से लोग हैं जिन्होंने आपको नीचे रखा और आपके आत्मविश्वास को हिला दिया। यह कठिन अवश्य है, लेकिन आपको उन व्यक्तियों से दूर होने पर गंभीरता से विचार करना होगा या आप उनसे अस्थायी रूप से दूरी बना सकते हैं। यह आपको आत्मविश्वास बढ़ाने की दिशा में प्रगति करने में मदद करता है।
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    सकारात्मक रहें, दूसरों के साथ अपनी बातचीत में सकारात्मक उत्साह रखें और अपनी अगली परियोजना शुरू करने के लिए उत्साहित होकर काम पर लग जाएँ। अपने जीवन की समस्याओं पर ध्यान देना बंद करें और इसकी जगह समाधानों पर ध्यान देना शुरू करें। यह सकारात्मक बदलाव करने पर आप अपने आत्मविश्वास को कई गुना बढ़ा हुआ पाएंगे

4.  निर्भय बनें -

असफल होने से डरने की जरूरत नहीं है, जो विफलता से डरता है वह वास्तव में अपने आपको अपंग करता है।  आप बड़े लक्ष्य निर्धारित करते हैं और बड़े सपने देखते हैं, परन्तु आपको अगले ही पल महसूस होने लगता है कि आप असफल होने वाले हैं।  इस डर को अनिवार्य रूप से दूर भगाना होगा। उन क्षणों में आपको अपने अंदर के साहस को जगाते हुए आगे बढ़ना होगा। 

   बड़े लक्ष्य होने पर सफल व्यक्तियों को भी आशंका होती है परन्तु वे योजना बनाकर काम करना और जोखिम लेना जारी रखते हैं। क्योंकि उन्हें पता है कि वे जो पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं वह उनके डर से अधिक महत्वपूर्ण और जरूरी है। इस बारे में सोचें कि आप अपने लक्ष्य को कितना चाहते हैं, फिर अपने डर को किनारे कर दें और चलते रहें।

5. अपनी प्रगति को देखें -

अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए उन्हें छोटे छोटे लक्ष्यों में बाँट दें फिर इन लक्ष्यों को प्राप्त करें और अपनी प्रगति को देखें। अपनी प्रोग्रेस की निगरानी करें और उन्हें लिखकर रखें।

   चाहे आपका लक्ष्य कोई डिग्री हासिल करने का हो, नौकरी में प्रमोशन पाने का हो अथवा कोई नया   करियर शुरू करने का हो। एक समय सीमा में देखें कि आपने इसमें कितनी प्रगति की है। 
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 इससे आपके अंदर निश्चित रूप से आत्मविश्वास का निर्माण होगा क्योंकि आप वास्तविक प्रगति कर रहे हैं।  यदि आप हर दिन आपके द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करते हैं, तो संभावना है कि आप साप्ताहिक और मासिक लक्ष्यों को पूरा करना शुरू कर देंगे। इस तरह आप अपने दीर्घकालिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के करीब पहुंचते जायेंगे। 

  जब कभी आपका आत्मविश्वास जीवन की चुनौतियों के सामने डगमगाने लगे तो अपने जीवन में उपलब्ध उन सभी चीजों की सूची में नज़र डालिये, जिन्हें पूरा करने का आपको गर्व है और जिनके लिए आप आभारी हैं। 

  इसे देखकर आपको लगेगा कि आप वास्तव में एक अद्भुत व्यक्ति हैं। यह आपको प्रेरित करने के साथ खुद को अच्छा महसूस करवाता है।  

6. मोटिवेशनल बुक्स पढ़े -

ऐसी किताबें पढ़ें जो आपको प्रेरणा देती हों। प्रेरणास्पद किताबें जीवन में एक नई ऊर्जा का संचार करती हैं। ऐसे लोगों की जीवनी पढ़े जो हमारे समाज के लिए प्रेरणा के स्त्रोत रहे हैं और उन्होंने अपने जीवन की शुरुवात में अनेक कठिनाइयों को झेलते हुए उन पर विजय पाई है। 

  धीरूभाई अम्बानी, सुधा चन्द्रन, जैक मा, हेनरी फोर्ड, बिल गेट्स जैसे लोगों की जीवनी और आत्मविश्वास हमारे लिए प्रेरणा स्त्रोत है। 

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 7. दूसरों से तुलना करना बंद करें -

दूसरे लोगों से तुलना, चाहे वह पर्सनालिटी की बात हो या अपने वेतन की तुलना अपने मित्र की आय से करने की बात हो, आत्मविश्वास के दृष्टिकोण से इसे स्वस्थ नहीं कहा जा सकता।

   पर्सनैलिटी एंड इंडिविजुअल डिफरेंसेस में प्रकाशित एक अध्ययन में ईर्ष्या और अपने बारे में महसूस करने के तरीके के बीच सीधा संबंध पाया गया।

    शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग खुद की तुलना दूसरों से करते हैं, वे ईर्ष्या का अनुभव करते हैं। और जितना अधिक ईर्ष्या उन्होंने अनुभव की, उतना ही बुरा उन्होंने अपने बारे में महसूस किया। यह एक दुष्चक्र हो सकता है। अपने धन, संपत्ति, कौशल, उपलब्धियों और विशेषताओं की तुलना करते समय ध्यान दें कि कहीं यह आपमें हीन भावना तो नहीं पैदा कर रहा है। 

     यह सोचना कि अन्य लोग बेहतर हैं या आपसे बहुत आगे हैं, अपने आप में आपके आत्म विश्वास को खत्म कर देता है। जब आप नोटिस करते हैं कि आप तुलना कर रहे हैं, तो अपने आप को याद दिलाएं कि ऐसा करना उपयोगी नहीं है। यहां हर कोई अपनी दौड़ लगा रहा है और जीवन कोई प्रतियोगिता नहीं है।

   आशा है ये आर्टिकल "7 Ways to Boost your Self Confidence-आत्मविश्वास बढ़ाने के 7 उपाय " आपको उपयोगी लगा होगा। इसे अपने मित्रों तक शेयर कर सकते हैं। अपने सवाल और सुझाव कमेंट बॉक्स जाकर लिखें। ऐसी ही और भी उपयोगी पोस्ट के लिए इस वेबसाइट पर विज़िट करते रहें।

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