Stress Management- तनाव के कारण, लक्षण और इसे मिटाने के उपाय
आज के समय में टेक्नोलॉजी ने मनुष्य के जीवन को सुविधापूर्ण बना दिया है। घरेलू और व्यवसायिक सभी क्षेत्रों में उपकरणों की उपलब्धता के कारण मनुष्य का परिश्रम और समय दोनों की बचत होने लगी है। परन्तु इतनी सुविधाओं के बावजूद आज जिंदगी में स्ट्रेस (stress) या तनाव (tension) बढ़ता ही जा रहा है और यह एक गंभीर समस्या का रूप ले चुका है।आज से 50 साल पहले भारतीय जनमानस के पास अधिक सुविधाएं नहीं थी फिर भी लोग इतने तनावपूर्ण नहीं थे जितने कि आज हैं।अधिकतर लोग आज अपना जीवन टेंशन में बिता रहे है।
अब पारिवारिक और सामाजिक तानाबाना कमजोर होकर व्यक्तिवाद हावी हो चला है, जिससे इंसान अपने ऊपर अधिक बोझ महसूस करता है। यह तनाव मनुष्य के हार्मोनल प्रणाली को प्रभावित करके शारीरिक और मानसिक रोग पैदा करता है।
आज भौतिकतावादी मानसिकता हावी है, व्यक्ति को जो कुछ मिला है उसकी परवाह करना छोड़कर और कुछ पाने के तनाव से वह ग्रस्त है। साथ ही लोग अपनी परेशानियों को इतना बड़ा बनाकर देखने के आदी हो चुके हैं कि उन्हें कई तरह की गंभीर बीमारियां हो रही ।
आज भौतिकतावादी मानसिकता हावी है, व्यक्ति को जो कुछ मिला है उसकी परवाह करना छोड़कर और कुछ पाने के तनाव से वह ग्रस्त है। साथ ही लोग अपनी परेशानियों को इतना बड़ा बनाकर देखने के आदी हो चुके हैं कि उन्हें कई तरह की गंभीर बीमारियां हो रही ।
कई लोग टेंशन के कारण डिप्रेशन में आकर असामान्य हो जाते हैं और अपना मानसिक संतुलन खो बैठते हैं, जिससे आत्महत्या की घटनाएं बढ़ रही हैं।
आज के इस प्रतियोगिता के दौर में एक विद्यार्थी को पहले अपनी परीक्षा में अच्छा अंक प्राप्त करने का तनाव फिर नौकरी पाने के लिए हजारों प्रतियोगियों के बीच स्वयं को श्रेष्ठ साबित करने का तनाव और यह सिलसिला जीवन भर चलता रहता है। प्राइवेट जॉब करने वाले को टारगेट अचीव करने का टेंशन है तो बिज़नेस करने वालों को नित नई बदलती मार्केट कंडीशन के साथ सामंजस्य बैठाने का टेंशन।
कोई परिवार को लेकर तो कोई ऑफिस को लेकर निरंतर चिंतित रहता है। इस चिंता के कारण उसकी कार्यक्षमता प्रभावित होती है और फिर वह छोटी समस्याओं को इतनी बड़ी बना लेता है कि उसके लिए इनसे बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है।
तनाव के कारण बहुत से हो सकते हैं, जिनमें से मुख्य हैं -
a. आर्थिक कारण
b. पारिवारिक कारण
c. बीमारी या शारीरिक अशक्तता
d. टाइम मैनेजमेंट न कर पाना
e. वैवाहिक जीवन में मतभेद और प्रेम संबंधों की असफलता
f. बदलती परिस्थिति में स्वयं को समायोजित न कर पाना।
लगातार बना रहने वाला तनाव हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित करता है। इसके प्रमुख लक्षण हैं -
a. हृदय की कार्यप्रणाली प्रभावित होना और ब्लड प्रेशर कम -ज्यादा हो जाना
b. पाचन क्रिया के मंद पड़ जाने से भोजन का न पचना
c. इम्यून सिस्टम का कमजोर पड़ जाना जिससे कोई भी बीमारी जल्दी पकड़ लेती है
d. सांसें तेजी से चलने लगना व क्रोध की अधिकता हो जाना
e. वजन का बहुत अधिक बढ़ना या कम हो जाना
f. लगातार सोचते रहने के कारण नींद आने में परेशानी होना
g. बिना काम के थकान महसूस होना, उदासी, सिरदर्द और बीमार जैसा महसूस करना
h. हमेशा उदास रहना, स्वभाव में चिड़चिड़ापन बढ़ जाना जिससे बेवजह की बातों पर गुस्सा होना
i. आत्मविश्वास की कमी होना
j. बालों का झड़ना व और भी कई तरह के लक्षण हो सकते हैं।
यदि आपका जीवन तनाव से भरा है तो यहां बताये गए 10 तरीके अपनाकर आप व्यावहारिक रूप से इसे कम कर सकते हैं-
कोई परिवार को लेकर तो कोई ऑफिस को लेकर निरंतर चिंतित रहता है। इस चिंता के कारण उसकी कार्यक्षमता प्रभावित होती है और फिर वह छोटी समस्याओं को इतनी बड़ी बना लेता है कि उसके लिए इनसे बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है।
तनाव के कारण (Reason of Stress)
तनाव के कारण बहुत से हो सकते हैं, जिनमें से मुख्य हैं -
a. आर्थिक कारण
b. पारिवारिक कारण
c. बीमारी या शारीरिक अशक्तता
d. टाइम मैनेजमेंट न कर पाना
e. वैवाहिक जीवन में मतभेद और प्रेम संबंधों की असफलता
f. बदलती परिस्थिति में स्वयं को समायोजित न कर पाना।
तनाव के लक्षण
लगातार बना रहने वाला तनाव हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित करता है। इसके प्रमुख लक्षण हैं -
a. हृदय की कार्यप्रणाली प्रभावित होना और ब्लड प्रेशर कम -ज्यादा हो जाना
b. पाचन क्रिया के मंद पड़ जाने से भोजन का न पचना
c. इम्यून सिस्टम का कमजोर पड़ जाना जिससे कोई भी बीमारी जल्दी पकड़ लेती है
d. सांसें तेजी से चलने लगना व क्रोध की अधिकता हो जाना
e. वजन का बहुत अधिक बढ़ना या कम हो जाना
g. बिना काम के थकान महसूस होना, उदासी, सिरदर्द और बीमार जैसा महसूस करना
h. हमेशा उदास रहना, स्वभाव में चिड़चिड़ापन बढ़ जाना जिससे बेवजह की बातों पर गुस्सा होना
i. आत्मविश्वास की कमी होना
j. बालों का झड़ना व और भी कई तरह के लक्षण हो सकते हैं।
यदि आपका जीवन तनाव से भरा है तो यहां बताये गए 10 तरीके अपनाकर आप व्यावहारिक रूप से इसे कम कर सकते हैं-
तनाव मिटाने के 10 उपाय (How to Remove Stress)
1. समस्या का समाधान ढूंढ़ें -
अपनी समस्याओं का तनाव लेने के बजाए उसका समाधान ढूंढ़ें, चिंताग्रस्त न बनकर चिंतक बनें। किसी समस्या के बारे में सोचते रहने से वह और भी बड़ी होकर हमें चिंताग्रस्त करती है जबकि हमें समस्या के सभी पहलुओं को देखते हुए उसके समाधान के बारे में सोचना चाहिए।हर समस्या का कोई न कोई समाधान अवश्य होता है। गहराई से सोचने पर समस्या के एक से अधिक हल दिखें तो उसमें सर्वश्रेष्ठ का चुनाव करें। अगर हमें उस समस्या का कोई समाधान न दिखे तो किसी जानकार व्यक्ति से चर्चा करके हल निकालें।
कभी ऐसा भी हो सकता है जब आप परिस्थिति को बदल पाने या उसे बेहतर बनाने में असमर्थ हों, किसी दुर्घटना के बाद या प्राकृतिक आपदा की स्थिति में ऐसा होता है। तब यह सोचें कि हर काम आपके अनुसार हो यह जरूरी नहीं है। अतः तात्कालिक रूप से अपनी मनःस्थिति बदलकर चिंता से बच सकते हैं।
यदि हमारे पास कोई विकल्प ही नहीं है और हमें उस परिस्थिति के साथ ही जीना है तो दुःख या टेंशन का कोई मतलब नहीं रह जाता। ओशो ने कहा है- "कोई व्यक्ति या परिस्थिति आपको तब तक दुखी नहीं कर सकते जब तक आप स्वयं दुखी न होना चाहें।"
2. टाइम मैनेजमेंट करें -
प्रत्येक दिन केवल कुछ महत्वपूर्ण चीजों को शेड्यूल करें, और उनके बीच पर्याप्त गैप रखें। एक व्यस्त कार्यक्रम बनाने की बजाय अपने कार्यक्रम को सरल बनाएं। समय का प्रबंधन न होना आज के समय में टेंशन का बहुत बड़ा कारण है इसके लिए जरुरी है की आप अपने जरुरी कार्यो की सूची बनाये और सबसे पहले इनकी टाइम लिमिट तय करके इन्हें पूरा करने में जुट जाएँ। इन कार्यो को टाले नहीं अन्यथा वे बाद में तनाव का कारण बनेंगे।
आपका कार्य या लक्ष्य जितना बड़ा होगा उसे अचीव करने में समय भी उतना ही अधिक लगेगा। परन्तु उस दिशा में उठाये गए छोटे छोटे कदमों से ही आप अपनी मंज़िल प्राप्त कर लेंगे। इससे आपका तनाव भी कम होगा। अपने जीवन में प्रतिबद्धताओं की संख्या को धीरे धीरे कम करके जीवन को सरल बनाएं। गैर जरूरी उन प्रतिबद्धताओं से बाहर निकलें जो आपके लिए फायदेमंद नहीं हैं।
जब आप काम कर रहें हों तब फोन पर आने वाले विभिन्न नोटिफिकेशन से आकर्षित होने से बचें। यदि आप ईमेल करने जा रहे हैं, तो केवल वही करें। इससे काम की क्वालिटी में सुधार होगा और आपका तनाव कम होगा। धीरे धीरे यह आपके स्वभाव में शामिल होता जायेगा और आप इसमें बेहतर होते जाएंगे।
तनाव को दूर करने में आपकी मदद करने के लिए मेडिटेशन अविश्वसनीय रूप से कारगर सरल है। आप जहां कहीं भी हों कोई फर्क नहीं पड़ता, इसे कहीं भी किया जा सकता है। बस अपनी आँखें बंद करें, अपनी श्वास पर ध्यान केंद्रित करें। इससे आप वर्तमान में स्थित होकर धीरे धीरे विचारों की भीड़ से मुक्त हो जाते हैं।
आपके मस्तिष्क में उठने वाली विचारों की भीड़ आपको परेशान करती है और इनसे आपका कोई भला नहीं होता क्योंकि इसमें भूतकाल की पीड़ा और भविष्य की कल्पनाओं के जाल ही होते हैं।
आपका कार्य या लक्ष्य जितना बड़ा होगा उसे अचीव करने में समय भी उतना ही अधिक लगेगा। परन्तु उस दिशा में उठाये गए छोटे छोटे कदमों से ही आप अपनी मंज़िल प्राप्त कर लेंगे। इससे आपका तनाव भी कम होगा। अपने जीवन में प्रतिबद्धताओं की संख्या को धीरे धीरे कम करके जीवन को सरल बनाएं। गैर जरूरी उन प्रतिबद्धताओं से बाहर निकलें जो आपके लिए फायदेमंद नहीं हैं।
3. एक समय में एक काम पर फोकस करें -
मल्टीटास्किंग से बचना और एक समय में एक काम पर फोकस करना- यह आपके तनाव को कम करने का सबसे सरल और अच्छा तरीका है। इसे आप आज से ही शुरू कर सकते हैं। एक समय में एक काम करने पर जितना हो सके उतना फोकस करें।जब आप काम कर रहें हों तब फोन पर आने वाले विभिन्न नोटिफिकेशन से आकर्षित होने से बचें। यदि आप ईमेल करने जा रहे हैं, तो केवल वही करें। इससे काम की क्वालिटी में सुधार होगा और आपका तनाव कम होगा। धीरे धीरे यह आपके स्वभाव में शामिल होता जायेगा और आप इसमें बेहतर होते जाएंगे।
4. ध्यान (मेडिटेशन) करें -
तनाव को दूर करने में आपकी मदद करने के लिए मेडिटेशन अविश्वसनीय रूप से कारगर सरल है। आप जहां कहीं भी हों कोई फर्क नहीं पड़ता, इसे कहीं भी किया जा सकता है। बस अपनी आँखें बंद करें, अपनी श्वास पर ध्यान केंद्रित करें। इससे आप वर्तमान में स्थित होकर धीरे धीरे विचारों की भीड़ से मुक्त हो जाते हैं।
आपके मस्तिष्क में उठने वाली विचारों की भीड़ आपको परेशान करती है और इनसे आपका कोई भला नहीं होता क्योंकि इसमें भूतकाल की पीड़ा और भविष्य की कल्पनाओं के जाल ही होते हैं।
ध्यान के अभ्यास से आपको इन अनावश्यक विचारों से मुक्त होने में मदद मिलती है। आप सकारात्मक ऊर्जा से सराबोर होकर तनाव मुक्त हो जाते हैं। इसलिए नियमित ध्यान करना चाहिए।
5. गहरी सांस लें -
गहरी सांस लेना तनाव से छुटकारा पाने के लिए एक और सरल युक्ति है। गहरी सांस लेने से हमें विचलित करने वाले विचारों और संवेदनाओं से छुटकारा पाने में मदद मिलती है। इससे शरीर को रिलैक्स फील होता है। इस तकनीक का अभ्यास करने के लिए, एक शांत और आरामदायक क्षेत्र ढूंढें और फिर सामान्य रूप से सांस लें। फिर अपनी नाक से धीरे-धीरे श्वांस लेना शुरू करें, ताकि आपकी छाती और पेट ऊपर उठें। इसके बाद धीरे-धीरे श्वांस छोड़ें। इस क्रिया को दोहराएं।
नकारात्मक चीजें सभी के साथ होती हैं, सिर्फ आपके साथ नहीं। इसलिए तनाव में भी सामान्य और सकारात्मक रहने की कोशिश करें।दुनिया आपके हिसाब से नहीं बदलेगी, इसलिए सृष्टि नहीं दृष्टि बदलिए।
6. सकारात्मक सोच रखें -
हम सबका जीवन संघर्षपूर्ण है, यहां कोई न कोई चुनौती हमेशा मुँह बाए खड़ी ही रहती है। कोई सोचे कि उसका जीवन पूर्णतः तनाव-मुक्त हो जाए तो यह बेहद कठिन है। तनाव एक ऐसी चीज है जो हमें चुनौती देती है और आगे बढ़ने में मदद करती है, लेकिन एक उचित स्तर पर। परन्तु जब तनाव बहुत अधिक बढ़ जाता है, तो यह हमें दुखी और अस्वस्थ कर देता है।नकारात्मक चीजें सभी के साथ होती हैं, सिर्फ आपके साथ नहीं। इसलिए तनाव में भी सामान्य और सकारात्मक रहने की कोशिश करें।दुनिया आपके हिसाब से नहीं बदलेगी, इसलिए सृष्टि नहीं दृष्टि बदलिए।
अगली बार जब आप ट्रैफ़िक में फंस गए हैं या किसी अन्य प्रकार के तनाव का सामना कर रहे हैं, तो आप तनाव लेने की जगह मुस्कुराहट के साथ शांत रहने की कोशिश करें, यह आपके हृदय के स्वास्थ्य को सही रखने भी मदद कर सकता है।
7. संतुलित भोजन करें -
अच्छे स्वास्थ्य के लिए हमारा समय से भोजन और नाश्ता करना जरूरी होता है। भोजन का प्रभाव हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है।तनाव से निकलने में हमें अच्छा और पौष्टिक भोजन मदद करता है। इसके लिए अपने भोजन में दही, अंकुरित अन्न, फल और सब्जियों का भरपूर इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही चाय और कॉफ़ी का उपयोग कम से कम करें। भोजन करते समय आपका ध्यान सिर्फ भोजन पर ही रहे तो आप ज्यादा अच्छी तरह से भोजन कर सकते हैं।
कई बार जब कोई व्यक्ति अत्यधिक तनाव में होता है तो उसे खाने की तीव्र इच्छा होती है, जिसे स्ट्रेस ईटिंग कहा जाता है। यह आदत बहुत नुकसानदेह है, क्योंकि अत्यधिक तनाव के समय बिना सोचे-समझें खाने से थोड़ी देर के लिए शरीर को ऊर्जा मिल जाती है, लेकिन शरीर पर इसके हानिकारक प्रभाव होते हैं। इसलिए ओवर ईटिंग से बचना जरूरी है।
कई बार जब कोई व्यक्ति अत्यधिक तनाव में होता है तो उसे खाने की तीव्र इच्छा होती है, जिसे स्ट्रेस ईटिंग कहा जाता है। यह आदत बहुत नुकसानदेह है, क्योंकि अत्यधिक तनाव के समय बिना सोचे-समझें खाने से थोड़ी देर के लिए शरीर को ऊर्जा मिल जाती है, लेकिन शरीर पर इसके हानिकारक प्रभाव होते हैं। इसलिए ओवर ईटिंग से बचना जरूरी है।
8. बुरी आदतों से छुटकारा पाएं -
मनुष्य अपने जीवन में बुरी आदतों को अपनाकर अपने स्वास्थ्य को नष्ट करता है। बुरी आदतों का शिकार होकर व्यक्ति न सिर्फ अपने शरीर के अंग का नाश करता है बल्कि अपने मानसिक स्वास्थ्य को भी खराब कर लेता है। इन आदतों के कारण उसके परिवार जन उसे कोसते रहते हैं जिससे व्यक्ति तनाव में रहता है। अपनी बुरी आदतों के कारण एक समय ऐसा आता है जब व्यक्ति का शरीर इनका आदी हो जाता है और वह मौत के मुँह में समा जाता है।
कम या अधिक मात्रा में सभी में कोई न कोई बुरी आदत होती है। इसलिए आप खुद के अन्दर झांक कर देखे की आप में कौन सी बुरी आदते है। आप अपनी बुरी आदतों को समय रहते दूर कर लें वरना बाद में इसका तनाव आपको ले डूबेगा।
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कम या अधिक मात्रा में सभी में कोई न कोई बुरी आदत होती है। इसलिए आप खुद के अन्दर झांक कर देखे की आप में कौन सी बुरी आदते है। आप अपनी बुरी आदतों को समय रहते दूर कर लें वरना बाद में इसका तनाव आपको ले डूबेगा।
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9. अपने शौक को ज़िंदा करें -
कार्य की बोझिलता से स्वयं को बचाना आवश्यक है। लगातार एक ही तरह का डेली रूटीन होने से जिन्दगी में एकरसता आ जाती है, इस एकरसता को तोडना जरुरी है। इसके लिए अपने कार्य से थोड़ा अवकाश लेकर किसी पहाड़ या समुद्र तट में घूमने जा सकते हैं। प्रकृति के बीच समय बिताना मनुष्य को तरोताज़ा कर देता है। संगीत सुनना भी तनाव मिटाने का अच्छा और सरल उपाय है।
यदि आपकी डांसिंग, पेंटिंग या गेम्स खेलने की कोई हॉबी हो तो उसके लिए समय निकाले और अपने तनाव को दूर भगाए। इससे एकरसता टूटने पर हमें नई उर्जा मिलती है, यह हमारे अन्दर जीने की इच्छा को बनाये रखती है।
अपने जीवन में योग और व्यायाम को स्थान दें, रोजाना व्यायाम करने से तनाव कम करने में बहुत मदद मिलती है। यह आवश्यक नहीं है कि जिम जाकर ही व्यायाम किया जाए आप घर पर या किसी हरियाली युक्त स्थान में जाकर अपने सामर्थ्य के अनुसार व्यायाम कर सकते हैं।योग के सरल आसन किये जा सकते हैं। इससे रात्रि में नींद अच्छी आती है और हमारा मूड भी अच्छा रहता है।
आशा है ये आर्टिकल "Stress Management- तनाव के कारण, लक्षण और इसे मिटाने के उपाय" आपको पसंद आया होगा, इसे अपने मित्रों से शेयर कर सकते हैं। अपने सवाल और सुझाव कमेंट बॉक्स में लिखें। ऐसी ही अन्य उपयोगी जानकारी के लिए इस वेबसाइट पर विज़िट करते रहें।
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3. Choreographer kaise bnen-डांस में करियर कैसे बनाएं
यदि आपकी डांसिंग, पेंटिंग या गेम्स खेलने की कोई हॉबी हो तो उसके लिए समय निकाले और अपने तनाव को दूर भगाए। इससे एकरसता टूटने पर हमें नई उर्जा मिलती है, यह हमारे अन्दर जीने की इच्छा को बनाये रखती है।
10. योग और व्यायाम करें -
हरियाली के बीच मॉर्निंग वाक पर ध्यान केंद्रित करें। वाशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन में पाया गया कि जब तनावग्रस्त लोगों के एक समूह ने पौधों से भरे एक कमरे में प्रवेश किया, तो उनके रक्तचाप (B.P.) में गिरावट हुई। इसलिए सुबह और शाम के समय किसी बगीचे की सैर करें।अपने जीवन में योग और व्यायाम को स्थान दें, रोजाना व्यायाम करने से तनाव कम करने में बहुत मदद मिलती है। यह आवश्यक नहीं है कि जिम जाकर ही व्यायाम किया जाए आप घर पर या किसी हरियाली युक्त स्थान में जाकर अपने सामर्थ्य के अनुसार व्यायाम कर सकते हैं।योग के सरल आसन किये जा सकते हैं। इससे रात्रि में नींद अच्छी आती है और हमारा मूड भी अच्छा रहता है।
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