Goods Transport Business- ट्रांसपोर्ट बिज़नेस कैसे शुरू करें
किसी कंपनी के प्रोडक्ट या अन्य किसी सामान (goods) को एक स्थान से दूसरी स्थान में भेजने का कार्य गुड्स ट्रांसपोर्ट बिज़नेस के अंतर्गत आता है। देश की बढ़ती आबादी और अर्थव्यवस्था का विस्तार होने से ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में बिजनेस की संभावनाएं बढ़ती जा रही हैं।
ट्रांसपोर्टर का कार्य मीडिएटर का है, माल भेजने वाले क्लाइंट और गाडी मालिक के बीच की कड़ी बनकर ट्रांसपोर्टर अपना कमीशन प्राप्त करता है।
अगर आप ट्रांसपोर्ट बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो यह न सोचें कि इस काम के लिए बहुत बड़े निवेश की आवश्यकता है या इसके लिए ट्रक खरीदना आवश्यक है, बिना ट्रक खरीदे भी आप यह बिजनेस कर सकते हैं।
अगर आप ट्रांसपोर्ट बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो यह न सोचें कि इस काम के लिए बहुत बड़े निवेश की आवश्यकता है या इसके लिए ट्रक खरीदना आवश्यक है, बिना ट्रक खरीदे भी आप यह बिजनेस कर सकते हैं।
इस काम के लिए कड़ी मेहनत लगती है और अपनी साख बनाने की जरूरत होती है। इसके लिए आपकी सम्पर्क कला में निपुणता महत्वपूर्ण है। आइये जानते हैं अपना बिज़नेस ट्रांसपोर्ट कैसे शुरू कर सकते हैं और इसके लिए किन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए।
ट्रांसपोर्ट बिजनेस कैसे शुरू करें
1. ट्रांसपोर्ट बिज़नेस का ज्ञान प्राप्त करें -
ट्रांसपोर्ट व्यवसाय खोलने की इच्छा रखने वाले व्यक्ति को इस बात की पूरी जानकारी होनी चाहिए कि यह सिस्टम काम कैसे काम करता है, इस बिज़नेस का परिचालन और मैनेजमेंट कैसे किया जाता है।
यह जानना भी जरूरी है कि इसके कानूनी नियम क्या हैं, जिनका एक ट्रांसपोर्ट व्यवसायी को पालन करना चाहिए।
इसके लिए या तो किसी ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करके इसकी कार्यविधि को सीखें अथवा इस क्षेत्र के जानकार लोगों से मिलकर ट्रांसपोर्ट बिज़नेस की बारीकियों को समझें।
2. बिज़नेस प्लान बनाएं -
कोई भी व्यवसाय शुरू करने के लिए बिज़नेस प्लान बहुत जरूरी है। आपको अपने ट्रांसपोर्ट एजेंसी के लिए एक नाम सोचना चाहिए और इस नाम से शॉप एंड इस्टैब्लिशमेंट एक्ट के अंतर्गत पंजीयन, आपके राज्य में जरूरी होने पर ट्रेड लाइसेंस और GST के लिए पंजीयन करवाना चाहिए।
जरूरत के अनुसार पार्टनरशिप या प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के रूप में अपनी कंपनी को पंजीकृत करने के लिए किसी प्रोफेशनल की मदद लेनी होगी।
3. अपने क्षेत्र की जरूरत को समझें -
इसके लिए या तो किसी ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करके इसकी कार्यविधि को सीखें अथवा इस क्षेत्र के जानकार लोगों से मिलकर ट्रांसपोर्ट बिज़नेस की बारीकियों को समझें।
जरूरत के अनुसार पार्टनरशिप या प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के रूप में अपनी कंपनी को पंजीकृत करने के लिए किसी प्रोफेशनल की मदद लेनी होगी।
3. अपने क्षेत्र की जरूरत को समझें -
आपको अपने क्षेत्र के व्यापार को समझना होगा। कुछ जगहों में फैक्ट्री निर्मित सामान की ट्रांसपोर्टिंग होती है तो कहीं मुख्यतः आलू, प्याज जैसे कृषि उत्पाद बाहर भेजे जाते हैं। आपके क्षेत्र में रोलिंग मिल, राइस मिल होने पर संबंधित प्रोडक्ट की ट्रांसपोर्टिंग ध्यान केंद्रित करना होगा। साथ ही आपको माल भेजे जाने वाले शहर या क्षेत्र विशेष का चयन भी करना होगा।
जैसे मुंबई -कोलकाता जैसे कोई रूट या बिहार -बंगाल जैसे कोई क्षेत्र अथवा अपने राज्य में ही माल की डिलीवरी करना है, यह डिसाइड करना होगा। फिर उन्हीं क्षेत्रों में माल भेजने वाले व्यापारियों से आपको सम्पर्क साधना होगा। इसके लिए अपना विज़िटिंग कार्ड बनवाकर उन व्यापारियों से कांटेक्ट कर सकते हैं।
जैसे मुंबई -कोलकाता जैसे कोई रूट या बिहार -बंगाल जैसे कोई क्षेत्र अथवा अपने राज्य में ही माल की डिलीवरी करना है, यह डिसाइड करना होगा। फिर उन्हीं क्षेत्रों में माल भेजने वाले व्यापारियों से आपको सम्पर्क साधना होगा। इसके लिए अपना विज़िटिंग कार्ड बनवाकर उन व्यापारियों से कांटेक्ट कर सकते हैं।
4. ऑफिस खोलें -
प्रत्येक शहर में ट्रांसपोर्टर्स के लिए एक एरिया या ट्रांसपोर्ट नगर होता है आपको अपना ऑफिस उसी क्षेत्र में खोलना चाहिए। जिससे माल भेजने की इच्छुक पार्टियों से आपका मिलना सरलता से हो सकेगा। आपके स्टाफ में ट्रांसपोर्ट लाइन में काम किये हुए लोग होने चाहिए। ऑफिस में जरूरी फर्नीचर की व्यवस्था करने के साथ कुछ जरूरी पेपर्स बिल्टी बुक, विज़िटिंग कार्ड अदि छपवाने होंगे।कई बार व्यापारी फुल ट्रक की जगह थोड़ा सामान बुक करवाते हैं। इस प्रकार के पार्ट लोड के लिए आपके पास ऑफिस से लगी हुई माल (goods) रखने की जगह भी होनी चाहिए। जिससे विभिन्न व्यापारियों का माल मिलाकर फुल ट्रक लोड होते ही, ट्रक लोड करवा कर आप भेज सकें।
जिस शहर में इस प्रकार का माल भेजा जा रहा हो, वहां पर भी आपका एक ऑफिस और गोदाम होना चाहिए। जिससे वहां ट्रक अनलोडिंग होने के बाद छोटी पिकअप गाड़ियों से माल संबंधित पार्टियों तक भेजा जा सके।
5. काम की सफलता -
A. ऑफिस खोलते ही आपके पास काम आने लगेगा ऐसा न सोंचे। कोई भी पार्टी आपके यहां अपना माल तभी बुक करेगी जब उसे लगेगा कि आप उसका पार्सल या सामान सही सलामत और टाइम से उसके गंतव्य तक पहुंचा देंगे। ऐसा होने में कुछ महीनों का समय लग सकता है, तब तक धैर्य रखें और लोगों से सम्पर्क करते रहें। परन्तु यदि आपकी जान पहचान मार्केट में पहले से है तो आप जल्दी सफल हो सकेंगे।
B. आपको अपने काम में दूसरे ट्रांसपोर्टर्स से भी सम्पर्क करने की आवश्यकता होगी। उनसे बात करने से आपको अपनी रेट लिस्ट बनाने या भाड़ा तय करने में मदद मिलेगी। ट्रक मालिकों से भी आपको सम्पर्क करना होगा।
B. आपको अपने काम में दूसरे ट्रांसपोर्टर्स से भी सम्पर्क करने की आवश्यकता होगी। उनसे बात करने से आपको अपनी रेट लिस्ट बनाने या भाड़ा तय करने में मदद मिलेगी। ट्रक मालिकों से भी आपको सम्पर्क करना होगा।
आपके कारोबार का मुख्य आधार ये ट्रक वाले होते हैं इसलिए इनका चयन करते समय पूरी तसल्ली कर लें जिससे पार्टी का सामान सही सलामत मंज़िल तक पहुंच सके। ट्रक ड्राइवर और मालिक के संदिग्ध होने पर उन्हें माल न दें। क्योंकि ऐसे लोग ट्रक में लोड माल बेचकर भाग सकते हैं।
C. किसी पार्टी से ट्रांसपोर्ट के लिए फुल ट्रक लोड मिलने पर सीधे उसके यहां ट्रक भेजकर माल लोड करवा सकते हैं। इसके लिए ट्रक की व्यवस्था कमीशन एजेंट के जरिये होती है। कुछ समय बाद ट्रक वाले सीधे भी आपसे सम्पर्क करने लगेंगे।
मान लीजिये कि आप को किसी क्लाइंट की तरफ से किसी शहर में 1 टन सामान ट्रांसपोर्ट करने का आर्डर मिलता है। यदि आपकी डेली सर्विस उस शहर में नहीं है तो आप दूसरे ट्रांसपोर्टर से बात करके उनका रेट जानकर उसमे अपना कमीशन जोड़कर क्लाइंट को बताते हैं। ग्राहक के समर्थन देने पर इस तरह से माल भेजने पर भी आपका लाभ होता है।
D. ध्यान रहे कि ट्रांसपोर्टिंग के काम में सफलता के लिए आवश्यक है कि आपके ग्राहक आपके काम तथा व्यवहार से संतुष्ट हों। इसके लिए समय समय पर उनसे फीडबैक लेना और उसके आधार पर अपने काम में सुधार करना न भूलें। इससे आपके बिज़नेस को आगे बढ़ने तथा फेमस होने में मदद मिलेगी।
E. ट्रांसपोर्टिंग के बिज़नेस में आने के बाद अपना ट्रक खरीदने की हड़बड़ी न करें। ट्रक खरीदना आसान है पर उसका संचालन उतना ही कठिन है। ट्रक लेने से आपको अपना पूरा ध्यान उस पर लगाना होगा जिससे ट्रांसपोर्टिंग के बिज़नेस पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा।
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गुड्स ट्रांसपोर्ट बिज़नेस से जुड़ा यह कार्य तेजी से फल फूल रहा है, इसे आप शुरू कर सकते हैं। पैकर्स और मूवर्स की जरूरत सबसे अधिक सरकारी नौकरी से जुड़े लोगों को होती है। ज्यादातर सरकारी नौकरी में एक निश्चित समय बाद कर्मचारियों का ट्रांसफर होता रहता है।
इसके कारण नौकरीपेशा व्यक्ति को अपना सारा सामान एक शहर से दूसरे शहर भेजना होता है। वह चाहता है कि बिना टूट फूट के उसका सामान दूसरे स्थान पर पहुंच जाए और उसे सामान लोडिंग अनलोडिंग के लिए लेबर खोजने जैसी परेशानी न झेलना पड़े।
पैकर्स एंड मूवर्स इसका समाधान प्रस्तुत करता है। पैकर्स एंड मूवर्स का बिज़नेस देश के कई शहरों में चल रहा है, इसके अंतर्गत सामान को सही ढंग से पैक करके दूसरे स्थान पर कम से कम समय में पहुंचाया जाता है। आप छोटी पूँजी के साथ भी इस पैकर्स और मूवर्स के बिज़नेस को चालू कर सकते हैं।
इसके लिए सरकारी कार्यालयों में आपको सम्पर्क करना होगा साथ ही इन कार्यालयों के आसपास आपका प्रचार प्रसार होर्डिंग या पोस्टर के जरिये होना चाहिए। अपनी वेबसाइट बनाकर गूगल के जरिये भी प्रचार कर सकते हैं। ऑनलाइन प्लेटफार्म में justdial.com भी एक अच्छा ऑप्शन है जिसकी मदद से आप अपने कस्टमर की जानकारी में आ सकते है।
आशा है ये आर्टिकल "Goods Transport Business- ट्रांसपोर्ट बिज़नेस कैसे शुरू करें" आपको उपयोगी लगा होगा, इसे अपने मित्रों तक शेयर कर सकते हैं। अपने सवाल और सुझाव कमेंट बॉक्स में लिखें। ऐसी ही अन्य उपयोगी जानकारी के लिए इस वेबसाइट पर विज़िट करते रहें।
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C. किसी पार्टी से ट्रांसपोर्ट के लिए फुल ट्रक लोड मिलने पर सीधे उसके यहां ट्रक भेजकर माल लोड करवा सकते हैं। इसके लिए ट्रक की व्यवस्था कमीशन एजेंट के जरिये होती है। कुछ समय बाद ट्रक वाले सीधे भी आपसे सम्पर्क करने लगेंगे।
मान लीजिये कि आप को किसी क्लाइंट की तरफ से किसी शहर में 1 टन सामान ट्रांसपोर्ट करने का आर्डर मिलता है। यदि आपकी डेली सर्विस उस शहर में नहीं है तो आप दूसरे ट्रांसपोर्टर से बात करके उनका रेट जानकर उसमे अपना कमीशन जोड़कर क्लाइंट को बताते हैं। ग्राहक के समर्थन देने पर इस तरह से माल भेजने पर भी आपका लाभ होता है।
E. ट्रांसपोर्टिंग के बिज़नेस में आने के बाद अपना ट्रक खरीदने की हड़बड़ी न करें। ट्रक खरीदना आसान है पर उसका संचालन उतना ही कठिन है। ट्रक लेने से आपको अपना पूरा ध्यान उस पर लगाना होगा जिससे ट्रांसपोर्टिंग के बिज़नेस पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा।
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पैकर्स और मूवर्स (Packer and Movers)
गुड्स ट्रांसपोर्ट बिज़नेस से जुड़ा यह कार्य तेजी से फल फूल रहा है, इसे आप शुरू कर सकते हैं। पैकर्स और मूवर्स की जरूरत सबसे अधिक सरकारी नौकरी से जुड़े लोगों को होती है। ज्यादातर सरकारी नौकरी में एक निश्चित समय बाद कर्मचारियों का ट्रांसफर होता रहता है।
इसके कारण नौकरीपेशा व्यक्ति को अपना सारा सामान एक शहर से दूसरे शहर भेजना होता है। वह चाहता है कि बिना टूट फूट के उसका सामान दूसरे स्थान पर पहुंच जाए और उसे सामान लोडिंग अनलोडिंग के लिए लेबर खोजने जैसी परेशानी न झेलना पड़े।
पैकर्स एंड मूवर्स इसका समाधान प्रस्तुत करता है। पैकर्स एंड मूवर्स का बिज़नेस देश के कई शहरों में चल रहा है, इसके अंतर्गत सामान को सही ढंग से पैक करके दूसरे स्थान पर कम से कम समय में पहुंचाया जाता है। आप छोटी पूँजी के साथ भी इस पैकर्स और मूवर्स के बिज़नेस को चालू कर सकते हैं।
इसके लिए सरकारी कार्यालयों में आपको सम्पर्क करना होगा साथ ही इन कार्यालयों के आसपास आपका प्रचार प्रसार होर्डिंग या पोस्टर के जरिये होना चाहिए। अपनी वेबसाइट बनाकर गूगल के जरिये भी प्रचार कर सकते हैं। ऑनलाइन प्लेटफार्म में justdial.com भी एक अच्छा ऑप्शन है जिसकी मदद से आप अपने कस्टमर की जानकारी में आ सकते है।
आशा है ये आर्टिकल "Goods Transport Business- ट्रांसपोर्ट बिज़नेस कैसे शुरू करें" आपको उपयोगी लगा होगा, इसे अपने मित्रों तक शेयर कर सकते हैं। अपने सवाल और सुझाव कमेंट बॉक्स में लिखें। ऐसी ही अन्य उपयोगी जानकारी के लिए इस वेबसाइट पर विज़िट करते रहें।
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Good experience
ReplyDeleteमैने आपका आर्टिकल पढ़ा और मुझे यह काफ़ी अच्छा लगा? आपने इस ऑर्टिकल में पूरी जानकारी दी हैं, जिसे पढ़कर मैंने भीं अपनी साइट पर एक ऑर्टिकल लिखा। क्या आप मेरा आर्टिकल को देख कर बता सकते हैं, की मैने ऑर्टिकल लिखने में क्या गलतियां की हैं। आप से निवेदन हैं, कृपया मेरे मदद करे।
ReplyDeleteVisit website