Career after graduation. ग्रेजुएशन के बाद क्या करें
कुछ स्टूडेंट्स ही जानते हैं कि ग्रेजुएशन के बाद उन्हें कौन-सा करियर चुनना है और इसके लिए उनकी प्लानिंग क्या है। ये लोग 12 वीं के बाद ही अपने लिए प्रोफेशन का चुनाव कर लेते हैं। इस तरह गोल का निर्धारण हो जाने के पश्चात कन्फ्यूज़न नहीं रहता और ग्रेजुएशन के बाद भी उन्हें अपनी पूर्व निर्धारित आगे की राह पकड़नी भर होती है।
यदि आपने 12 वीं के बाद अपने लिए किसी करियर को फाइनल नहीं किया था तो यह बिलकुल सही समय है कि आप अपने लिए उपयुक्त करियर चुनने का निर्णय लें क्योंकि इससे ही आपके अच्छे भविष्य की नींव पड़ेगी।
यदि आपने 12 वीं के बाद अपने लिए किसी करियर को फाइनल नहीं किया था तो यह बिलकुल सही समय है कि आप अपने लिए उपयुक्त करियर चुनने का निर्णय लें क्योंकि इससे ही आपके अच्छे भविष्य की नींव पड़ेगी।
ग्रेजुएशन के बाद भी आपके पास एक अवसर होता है जब अपने लिए किसी नए विषय का चुनाव बदली हुई परिस्थिति या अपनी सोच के आधार पर कर सकते हैं। अब किसी B.Com. या B.Tech. ग्रेजुएट के लिए यह जरुरी नहीं है कि वह MBA या सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग को ही केवल अपने करियर के तौर पर चुने।
अधिकांश स्टूडेंट्स ग्रेजुएशन के बाद जब अपने लिए सही करियर चॉइस करने की बात आती है तो कंफ्यूज होते हैं। समय के साथ कुछ पुराने करियर ऑप्शन खत्म हो जाते हैं, पर साथ ही नए क्षेत्रों में काम के अवसर भी खुलते जाते हैं। इन विकसित हो रहे नए फील्ड में अपना करियर बनाने के लिए आपकी शिक्षा, ज्ञान के साथ आपकी पसंद से तालमेल होना आवश्यक है।
अधिकांश स्टूडेंट्स ग्रेजुएशन के बाद जब अपने लिए सही करियर चॉइस करने की बात आती है तो कंफ्यूज होते हैं। समय के साथ कुछ पुराने करियर ऑप्शन खत्म हो जाते हैं, पर साथ ही नए क्षेत्रों में काम के अवसर भी खुलते जाते हैं। इन विकसित हो रहे नए फील्ड में अपना करियर बनाने के लिए आपकी शिक्षा, ज्ञान के साथ आपकी पसंद से तालमेल होना आवश्यक है।
ग्रेजुएशन के बाद वह समय होता है जब अपने पैशन और स्किल का परिस्थितियों और उपलब्ध अवसर के साथ तालमेल कायम करना होता है। अक्सर इस स्थिति में अनिर्णय की स्थिति होने के कारण अपने लिए एक उपयुक्त करियर चुनने में काफी मुश्किल होती है।
यदि आपने हाल ही में अपनी ग्रेजुएशन पूरी की है और सोच रहे हैं कि आगे क्या करें? तो आइये जानते हैं कि आपके लिए कौन कौन से करियर ऑप्शन्स हो सकते हैं। विभिन्न स्ट्रीम के लिए जॉब और पढ़ाई के अवसर के साथ करियर ऑप्शन का चुनाव इस प्रकार कर सकते हैं -
इसके अलावा, B.Sc. स्टूडेंट्स, मैनेजमेंट के क्षेत्र में अपने करियर को प्रमोट करने के लिए विभिन्न MBA प्रोग्राम्स में से अपनी पसंद का कोई कोर्स कर सकते हैं। इस तरह साइंस ग्रेजुएट मैनेजमेंट फील्ड में सर्विस दे सकते हैं।
यदि आपने हाल ही में अपनी ग्रेजुएशन पूरी की है और सोच रहे हैं कि आगे क्या करें? तो आइये जानते हैं कि आपके लिए कौन कौन से करियर ऑप्शन्स हो सकते हैं। विभिन्न स्ट्रीम के लिए जॉब और पढ़ाई के अवसर के साथ करियर ऑप्शन का चुनाव इस प्रकार कर सकते हैं -
1. साइंस ग्रेजुएट्स के लिए
A. हायर स्टडीज के ऑप्शन्स -
B.Sc. करने के बाद अपनी पसंद के किसी भी विषय जैसे फिजिक्स, केमिस्ट्री या बॉटनी में M.Sc. कर सकते हैं। यदि आप रिसर्च करना चाहते हैं तो जिन्हें डॉक्टरेट या रिसर्च फील्ड में जाना हो उन्हें भी M.Sc. करना होता है। M.Sc. करके टीचिंग जॉब में जा सकते हैं।इसके अलावा, B.Sc. स्टूडेंट्स, मैनेजमेंट के क्षेत्र में अपने करियर को प्रमोट करने के लिए विभिन्न MBA प्रोग्राम्स में से अपनी पसंद का कोई कोर्स कर सकते हैं। इस तरह साइंस ग्रेजुएट मैनेजमेंट फील्ड में सर्विस दे सकते हैं।
आजकल MBA कोर्सेज -हॉस्पिटल मैनेजमेंट, लेबोरेटरी मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में स्पेशलाइजेशन के साथ ऑफर किये जा रहे हैं जोकि साइंस ग्रेजुएट्स के लिए एक बेहतरीन अवसर प्रदान करते हैं।
मैथ्स ग्रुप वाले B.Sc. स्टूडेंट्स आईटी फील्ड में जाने के लिए कंप्यूटर एप्लीकेशन में मास्टर डिग्री कर सकते हैं। इसके अलावा B.Sc. स्टूडेंट्स टीचिंग प्रोफेशन में जाना चाहें तो B.Ed. भी कर सकते हैं। आज का युग कंप्यूटर का युग है, साइंस ग्रेजुएट आसानी से कंप्यूटर फील्ड को अपना सकते हैं।
कंप्यूटर साइंस, एनीमेशन और कंप्यूटर लैंग्वेजेज में डिप्लोमा कोर्स करना साइंस ग्रेजुएट्स के लिए अच्छा ऑप्शन है। इन शॉर्ट-टर्म कोर्सेज को करने के बाद अच्छा सैलरी पैकेज मिल सकता है।
उक्त फ़ील्ड्स के अलावा B.Sc.करने के बाद मार्केटिंग और मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव, कंसलटेंट जैसे अन्य कई क्षेत्रों में भी काम कर सकते हैं। यदि फार्मेसी में डिग्री कोर्स किया है तो अपना मेडिकल स्टोर भी खोला जा सकता है।
मैथ्स ग्रुप वाले B.Sc. स्टूडेंट्स आईटी फील्ड में जाने के लिए कंप्यूटर एप्लीकेशन में मास्टर डिग्री कर सकते हैं। इसके अलावा B.Sc. स्टूडेंट्स टीचिंग प्रोफेशन में जाना चाहें तो B.Ed. भी कर सकते हैं। आज का युग कंप्यूटर का युग है, साइंस ग्रेजुएट आसानी से कंप्यूटर फील्ड को अपना सकते हैं।
कंप्यूटर साइंस, एनीमेशन और कंप्यूटर लैंग्वेजेज में डिप्लोमा कोर्स करना साइंस ग्रेजुएट्स के लिए अच्छा ऑप्शन है। इन शॉर्ट-टर्म कोर्सेज को करने के बाद अच्छा सैलरी पैकेज मिल सकता है।
B. साइंस ग्रेजुएट्स के लिए जॉब -
B.Sc. करने के बाद विभिन्न क्षेत्रों में जॉब के काफी अवसर मौजूद हैं।साइंस ग्रेजुएट के लिए भारतीय वन सेवा में जाना भी एक अच्छा ऑप्शन है। यहां रेंजर के पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। B.Sc. की अपनी डिग्री प्राप्त करने के बाद एविएशन सेक्टर, स्पेस रिसर्च इंस्टिट्यूट, हॉस्पिटल्स या हेल्थ सर्विस प्रोवाइडर्स, मिल्ट्री सर्विस, केमिकल इंडस्ट्रीज, जियोलाजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया जैसे बहुत सी जगहों में जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं।उक्त फ़ील्ड्स के अलावा B.Sc.करने के बाद मार्केटिंग और मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव, कंसलटेंट जैसे अन्य कई क्षेत्रों में भी काम कर सकते हैं। यदि फार्मेसी में डिग्री कोर्स किया है तो अपना मेडिकल स्टोर भी खोला जा सकता है।
2. आर्ट्स ग्रेजुएट्स के लिए -
B.A. करने वाले स्टूडेंट्स के लिए ट्रेडिशनल कोर्सेज और जॉब्स के साथ ही आजकल बहुत से बिलकुल नये फायदेमंद करियर ऑप्शन्स उपलब्ध हैं।
A. हायर स्टडीज के ऑप्शन्स -
आर्ट्स ग्रेजुएट्स के लिए सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला ऑप्शन M.A. करने का है जो विभिन्न विषयों जैसे सोशियोलॉजी, साइकोलॉजी, इंग्लिश, हिंदी और हिस्ट्री में कर सकते हैं। जो स्टूडेंट डॉक्टरेट प्राप्त करके रिसर्च करने के इच्छुक हैं और आगे भी अपनी पढ़ाई आगे जारी रखना चाहते हैं उनके लिए M.A. करना जरूरी होता है। यदि टीचिंग को अपना प्रोफेशन बनाना चाहते हैं तो भी M.A. कर सकते हैं।
B. टीचिंग जॉब के लिए B.Ed. करें -
जिन्हें एजुकेशन के क्षेत्र में रूचि है, वे B.Ed. (बैचलर ऑफ़ एजुकेशन) करने का सोंचे। यह कोर्स विशेष रूप से टीचिंग कार्य में ट्रेंड करने के लिए तैयार किया गया है। इसमें थ्योरेटिकल ट्रेनिंग पर ही फोकस नहीं किया जाता बल्कि प्रैक्टिकल ट्रेनिंग पर भी काफी जोर दिया जाता है।
B.Ed. करने से टीचिंग स्किल्स का विकास होता है जिससे शिक्षण कार्य करने में बहुत मदद मिलती है। B.Ed.की डिग्री प्राप्त करने के बाद आपको किसी भी स्कूल में टीचर बनने का अवसर प्राप्त हो सकता है।
B.Ed. करने से टीचिंग स्किल्स का विकास होता है जिससे शिक्षण कार्य करने में बहुत मदद मिलती है। B.Ed.की डिग्री प्राप्त करने के बाद आपको किसी भी स्कूल में टीचर बनने का अवसर प्राप्त हो सकता है।
C. डिप्लोमा कोर्स करें -
आर्ट्स ग्रेजुएट्स के लिए एक किसी विषय में डिप्लोमा करना एक अच्छा विकल्प है। ये डिप्लोमा कोर्स कुछ महीनों से लेकर 3 साल की अवधि के हो सकते हैं। डिप्लोमा कोर्स के माध्यम से विभिन्न फ़ील्ड्स में प्रोफेशनल ट्रेनिंग प्राप्त करके जॉब्स के लिए स्वयं को तैयार किया जा सकता है।
B.A. पास स्टूडेंट्स अपनी रूचि के अनुसार होटल मैनेजमेंट, कंप्यूटर टेक्नोलॉजी, पेंटिंग या किसी अन्य फील्ड में डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं। यदि टीवी और फिल्म क्षेत्र में जाना चाहते हों तो एक्टिंग के अलावा फिल्म-मेकिंग के विभिन्न क्षेत्रों जैसे एडिटिंग, साउंड इंजीनियरिंग,एनीमेशन आदि में किसी अच्छे संस्थान से डिप्लोमा ले सकते हैं।
बैंक और रेलवे की परीक्षाओं में सफलता पाने के लिए आवश्यकता पड़ने पर कोचिंग भी ली जा सकती है। इससे आपको पूछे जाने वाले सवाल किस प्रकार के होते हैं और निर्धारित समय में प्रश्न पत्र सॉल्व करने का अभ्यास हो जाता है।
अच्छी पर्सनालिटी वाले आर्ट्स ग्रेजुएट्स के लिए पब्लिक रिलेशन सेक्टर में नौकरी के अच्छे चांस हैं। अगर आपकी पर्सनालिटी और भाषा में पकड़ अच्छी है तो आपको किसी प्राइवेट संस्थान में कस्टमर सर्विस एसोसिएट या रिलेशनशिप एग्जीक्यूटिव के तौर पर काम मिल सकता है।इस फील्ड में भी बहुत अच्छी सैलरी पा सकते हैं। के साथ बेहतरीन जॉब प्रॉस्पेक्ट्स मौजूद हैं।
अगर आपमें लेखन की अच्छी क्षमता है तो स्वतंत्र लेखक के रूप में अपनी रचनाएँ प्रकाशन के लिए भेज सकते हैं। किसी मीडिया हाउस में सब-एडिटर या किसी एड एजेंसी में कॉपी-राइटर के तौर पर भी काम कर सकते हैं।
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1. job interview tips and answers in hindi
2. wahan durghtna ke karn aur nivarn
3. crorepati kaise bne.करोड़पति बनने के सफल टिप्स
MBA करने के लिए अगर आप किसी प्रतिष्ठित मैनेजमेंट संस्थान के एडमिशन टेस्ट में सफल हो जाते हैं तो आपका भविष्य बेहतर बनने के चान्सेस बढ़ जाएंगे।
B.A. पास स्टूडेंट्स अपनी रूचि के अनुसार होटल मैनेजमेंट, कंप्यूटर टेक्नोलॉजी, पेंटिंग या किसी अन्य फील्ड में डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं। यदि टीवी और फिल्म क्षेत्र में जाना चाहते हों तो एक्टिंग के अलावा फिल्म-मेकिंग के विभिन्न क्षेत्रों जैसे एडिटिंग, साउंड इंजीनियरिंग,एनीमेशन आदि में किसी अच्छे संस्थान से डिप्लोमा ले सकते हैं।
D. गवर्नमेंट जॉब्स के लिए अप्लाई करें -
आर्ट्स ग्रेजुएट्स भी बैंकिंग, एग्रीकल्चर या रेलवे जैसे सभी सरकारी ऑफिसेज में एंट्रेंस टेस्ट पास करके सरकारी नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। यहां नौकरी पाने के लिए पहले लिखित परीक्षा पास करनी होती है फिर इंटरव्यू के माध्यम से चयन किया जाता है। यहां पर आपकी रीजनिंग क्षमता के साथ आपके अंग्रेजी और सामान्य ज्ञान को जांचा जाता है।बैंक और रेलवे की परीक्षाओं में सफलता पाने के लिए आवश्यकता पड़ने पर कोचिंग भी ली जा सकती है। इससे आपको पूछे जाने वाले सवाल किस प्रकार के होते हैं और निर्धारित समय में प्रश्न पत्र सॉल्व करने का अभ्यास हो जाता है।
अच्छी पर्सनालिटी वाले आर्ट्स ग्रेजुएट्स के लिए पब्लिक रिलेशन सेक्टर में नौकरी के अच्छे चांस हैं। अगर आपकी पर्सनालिटी और भाषा में पकड़ अच्छी है तो आपको किसी प्राइवेट संस्थान में कस्टमर सर्विस एसोसिएट या रिलेशनशिप एग्जीक्यूटिव के तौर पर काम मिल सकता है।इस फील्ड में भी बहुत अच्छी सैलरी पा सकते हैं। के साथ बेहतरीन जॉब प्रॉस्पेक्ट्स मौजूद हैं।
अगर आपमें लेखन की अच्छी क्षमता है तो स्वतंत्र लेखक के रूप में अपनी रचनाएँ प्रकाशन के लिए भेज सकते हैं। किसी मीडिया हाउस में सब-एडिटर या किसी एड एजेंसी में कॉपी-राइटर के तौर पर भी काम कर सकते हैं।
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3. कॉमर्स ग्रेजुएट्स के लिए
A. हायर स्टडीज के ऑप्शन्स -
कॉमर्स ग्रेजुएट्स के लिए M.com. या MBA एक अच्छा ऑप्शन है। B.com. के बाद M.com. करने में 2 वर्ष का समय लगता है। सभी अच्छी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी, M.com. करने की सुविधा प्रदान करती है। इसके कोर्स में इकोनॉमिक्स, मार्केटिंग, बिज़नेस मैनेजमेंट, एकाउंटिंग और फाइनेंस विषय पढ़ाये जाते हैं।MBA करने के लिए अगर आप किसी प्रतिष्ठित मैनेजमेंट संस्थान के एडमिशन टेस्ट में सफल हो जाते हैं तो आपका भविष्य बेहतर बनने के चान्सेस बढ़ जाएंगे।
किसी अच्छे मैनेजमेंट संस्थान से MBA की डिग्री प्राप्त करते हैं तो कैंपस इंटरव्यू के माध्यम से भी किसी बड़ी कम्पनी में अच्छे पैकेज के साथ नियुक्ति पा सकते हैं। इसके लिए पहले एंट्रेंस टेस्ट पास करने की तैयारी करें जिससे IIM जैसे प्रसिद्ध संस्थान में आपको एडमिशन मिल सके।
कॉमर्स स्टूडेंट्स के लिए एक अच्छा ऑप्शन CA करने का है। CA का एग्जाम "इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ़ इंडिया" (ICAI) आयोजित करता है. इस एग्जाम के 3 लेवल मोड्यूल हैं - CPT, IPCC और फाइनल (ग्रुप 1 और 2). CA बनकर आप किसी कम्पनी में काम कर सकते हैं या अपना स्वयं का ऑफिस भी खोल सकते हैं। CA के लिए प्राइवेट या सरकारी बैंक में अधिकारी के रूप में कार्य करने के अच्छे अवसर प्राप्त होते हैं।
यदि आपको एकाउंटिंग की अच्छी जानकारी है तो किसी भी फाइनेंशल सेक्टर में नौकरी मिल सकती है। B.Com. करने के बाद किसी C.A. के ऑफिस में जॉब मिल सकती है। आप किसी कंसल्टेंसी फर्म में जूनियर फाइनेंशल एनालिस्ट, टैक्स अकाउंटेंट के पोस्ट में नियुक्त हो सकते हैं। इस कार्य में जितना अनुभव प्राप्त करेंगे, वेतन उसी अनुपात में बढ़ता जायेगा।
अगर आप का लक्ष्य धनपति बनने का है तो यह आवश्यक नहीं है कि आप बाहरी दबाव में आकर सर्विस ही करें। अगर आपके पास कोई कार्य योजना है और कठिन परिश्रम कर सकते हैं तो उद्योग या बिज़नेस क्षेत्र में बहुत सफल हो सकते हैं। इसके लिए मुद्रा लोन या प्रधानमंत्री रोजगार योजना से आपकी वित्तीय जरूरतें पूरी हो सकती हैं। इस तरह आप अन्य लोगों को भी अपने संस्थान में रोजगार उपलब्ध करवा सकते हैं।
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कॉमर्स स्टूडेंट्स के लिए एक अच्छा ऑप्शन CA करने का है। CA का एग्जाम "इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ़ इंडिया" (ICAI) आयोजित करता है. इस एग्जाम के 3 लेवल मोड्यूल हैं - CPT, IPCC और फाइनल (ग्रुप 1 और 2). CA बनकर आप किसी कम्पनी में काम कर सकते हैं या अपना स्वयं का ऑफिस भी खोल सकते हैं। CA के लिए प्राइवेट या सरकारी बैंक में अधिकारी के रूप में कार्य करने के अच्छे अवसर प्राप्त होते हैं।
B. कॉमर्स ग्रेजुएट्स के लिए जॉब -
छोटी बड़ी हरेक कंपनी को बैलेंस शीट तैयार करने के लिए एक अकाउंटेंट की आवश्यकता होती है।B.Com. करने के बाद आप पार्ट टाइम काम भी कर सकते हैं। इस तरह 2 या 3 छोटे संस्थानों का अकाउंट संबंधी काम देखा जा सकता है। फिर किसी कंपनी में अकाउंटेंट की पोस्ट के लिए अप्लाई कर सकते हैं।यदि आपको एकाउंटिंग की अच्छी जानकारी है तो किसी भी फाइनेंशल सेक्टर में नौकरी मिल सकती है। B.Com. करने के बाद किसी C.A. के ऑफिस में जॉब मिल सकती है। आप किसी कंसल्टेंसी फर्म में जूनियर फाइनेंशल एनालिस्ट, टैक्स अकाउंटेंट के पोस्ट में नियुक्त हो सकते हैं। इस कार्य में जितना अनुभव प्राप्त करेंगे, वेतन उसी अनुपात में बढ़ता जायेगा।
conclusion -
अपनी ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद अपनी खामियों और गुणों की समीक्षा करें और ध्यान से देखें कि आप किस क्षेत्र में बेहतर कर सकते हैं। सभी ग्रेजुएट संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) या स्टेट लेवल पर PSC की तैयारी करके उच्च पदों को प्राप्त कर सकते हैं। पर इसके लिए कठोर अनुशासन का पालन करते हुए परीक्षा की तैयारी और पढ़ाई के प्रति पूर्ण समर्पण आवश्यक है।अगर आप का लक्ष्य धनपति बनने का है तो यह आवश्यक नहीं है कि आप बाहरी दबाव में आकर सर्विस ही करें। अगर आपके पास कोई कार्य योजना है और कठिन परिश्रम कर सकते हैं तो उद्योग या बिज़नेस क्षेत्र में बहुत सफल हो सकते हैं। इसके लिए मुद्रा लोन या प्रधानमंत्री रोजगार योजना से आपकी वित्तीय जरूरतें पूरी हो सकती हैं। इस तरह आप अन्य लोगों को भी अपने संस्थान में रोजगार उपलब्ध करवा सकते हैं।
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