Purity of gold. 24K, 22K, 18K सोने (gold) की शुद्धता
विश्व में सोने के सर्वाधिक खपत करने वाले देशों में भारत प्रमुख स्थान रखता है।प्राचीन समय से ही भारतीयों द्वारा धन को सबसे सुरक्षित तरीके से रखने के लिए सोने में खरीदी की जाती रही है। भारत में शहर या गांव अमीर या गरीब, हर वर्ग में सोने का आकर्षण बरकरार है।
गोल्ड के प्रति महिलाओं में विशेष लगाव देखा जाता है, ज्यादातर वे आभूषण के रूप में सोना खरीदना पसंद करती हैं। हमारे देश में शादी के अवसर पर अथवा दीपावली -धनतेरस जैसे त्योहार के सीजन में सोने के गहनों की ज्यादा खरीददारी की जाती है।
सोना खरीदते समय लोग सोने के दाम पूछते हैं फिर सोने की ज्वैलरी पर कितना मेकिंग चार्ज होगा इसके बारे में पता करते हैं। मेकिंग चार्जेस डिजाइन के हिसाब से लगता है। आम तौर पर लोग 22 कैरेट के सोने के गहने बनवाते हैं लेकिन अगर वही गहने 18 कैरेट में खरीदें जाएं तो दाम में काफी फर्क आएगा। आम आदमी के लिए असली सोने की पहचान करना आसान नही होता।
सोने की पहचान में पूरी तरह पारंगत होना तो आसान नहीं है, लेकिन कुछ सावधानियां बरत कर आप गलत चीज खरीदने से बच सकते हैं। आइये जानते हैं 24 कैरेट, 22 कैरेट और 18 कैरेट सोने में क्या अंतर है एवं सोना खरीदते वक्त किन बातों का ध्यान रखें।
विभिन्न प्रकार के गोल्ड कैरेट्स
कैरेट सोने की शुद्धता को मापने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है। इसका अर्थ है जितना ऊँचा कैरेट, सोना उतना शुद्ध। 1 कैरेट गोल्ड का मतलब होता हे 1/24 पर्सेंट गोल्ड, यदि आभूषण 22 कैरेट का है तो 22 को 24 से भाग देकर उसे 100 से गुणा करें। 22/24 x 100 = 91.6 यानी आभूषण में इस्तेमाल सोने की शुद्धता 91.6 प्रतिशत है।
1. 24K सोना क्या होता है?
24k सोने को शुद्ध सोना या 100 प्रतिशत गोल्ड भी कहा जाता है। इसका मतलब यह है कि सोने में सभी 24 भाग किसी भी अन्य धातु के बिना शुद्ध gold हैं। यह 99.9 प्रतिशत शुद्ध माना जाता है और चमकीला पीला रंग लिए होता है। 24K से अधिक 25K या 26K का सोना नहीं होता।
24K सोने का सबसे शुद्ध रूप होने के कारण स्वाभाविक रूप से 22K या 18K सोने की तुलना में अधिक महंगा होता है। हालांकि, इस प्रकार का सोना घनत्व (density) में कम होता है, इसलिए यह अपेक्षाकृत अधिक नरम और लचीला होता है। जिसके कारण इसका उपयोग आभूषण बनाने के लिए ज्यादातर नहीं किया जाता है।
शुद्ध सोने की पहचान है कि वह बहुत ही लचीला होता है। सोना एक ऐसी धातु है जिसको कागज से भी पतला किया जा सकता है। कई स्थानों पर सोने के वर्क का प्रयोग खाद्य पदार्थों की सजावट के तौर पर होता है। 24 कैरेट सोना इतना लचीला होता है कि उसका गहना बनाना आसान नहीं है।
भारत में ज्यादातर महिलाएं सोने के आभूषण पहनती हैं, इनमें इयर रिंग, अंगूठी और गले की चेन ज्यादा पहनी जाती है। अगर ये गहने 24 कैरेट सोने के बने हों तो लगातार पहनने से ये बहुत जल्द मुड़ जाएंगे। इसलिए आभूषण 24K में नहीं बनाये जाते। सिक्के और बार ज्यादातर 24K सोने की शुद्धता के खरीदे जाते हैं। 24K सोने का उपयोग इलेक्ट्रॉनिक्स और चिकित्सा उपकरणों में भी किया जाता है।
2. 22K गोल्ड क्या होता है ?
22 कैरेट के सोने का इस्तेमाल आमतौर पर आभूषण बनाने में किया जाता है। 22 कैरेट सोने से निर्मित आभूषण में 22 भाग सोना और शेष 2 भाग अन्य धातुएँ होती हैं।
यदि प्रतिशत में निकाला जाए तो 22K सोने में केवल 91.6 प्रतिशत शुद्ध सोना होता है। शेष 8.33 प्रतिशत में चांदी, जस्ता, निकल और अन्य मिश्र धातु शामिल होती है। इन धातुओं के मिलने से सोना कठोर हो जाता है जिसके कारण आभूषण टिकाऊ बन जाते हैं।
3. 18K गोल्ड क्या होता है?
18 कैरेट सोने में 18 भाग शुद्ध सोना होता है, जिसमें अन्य धातुओं के 6 भाग होते हैं। प्रतिशत में देखें तो यदि कोई आभूषण 18K सोने का है तो इसमें 75 फीसदी सोना है। जिसे 25 प्रतिशत अन्य धातुओं जैसे तांबा या चांदी आदि के साथ मिलाकर बनाया जाता है। आमतौर पर रत्न जड़ित जैसे हीरे के आभूषणों को 18K सोने में बनाया जाता है। जिससे रत्न को मजबूत पकड़ मिलती है और वह आभूषण से गिरता नहीं है।
18Kगोल्ड का मूल्य 24K और 22K की तुलना में कम होता है। इसका कलर भी थोड़ा फीका होता है। इसके अलावा 14, 12 और 10 कैरेट का गोल्ड भी होता है। यदि प्रतिशत में जानना चाहेंगे तो विभिन्न कैरेट के सोने में नीचे दिए अनुसार सोना होता है। इसे जानना गोल्ड खरीदारों के लिए आवश्यक है -
- 24 कैरेट = 99.5% शुद्ध सोना और इससे अधिक
- 22 कैरेट = 91.6% शुद्ध सोना
- 18 कैरेट = 75.0% शुद्ध सोना
- 14 कैरेट = 58.3% शुद्ध सोना
- 12 कैरेट = 50.0% शुद्ध सोना
- 10 कैरेट = 41.7% शुद्ध सोना
असली सोने की पहचान कैसे करें?
BIS हॉलमार्क
आभूषण खरीदते समय उसकी क्वॉलिटी को समझने के लिए सबसे अच्छा है कि हॉलमार्क देखकर खरीदें। हॉलमार्क का निर्धारण भारत की एजेंसी ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) करती है। हॉलमार्क सोने पर कई जानकारियां गढ़ी होती है जैसे BIS का लोगो, रिटेलर का लोगो, परख केंद्र का लोगो और सर्टिफिकेट का वर्ष।
हॉलमार्क गोल्ड 23, 22, 21 और 18 कैरेट में मिलता है। सभी कैरेट का हॉलमार्क अलग होता। मसलन 22 कैरेट पर 916, 21 कैरेट पर 875 और 18 पर 750 लिखा होता है। इससे शुद्धता में शक नहीं रहता। BIS हॉलमार्क ये दर्शाता है कि सोना कितने प्रतिशत शुद्ध है।
इसके साथ आपको ये भी ध्यान रखना होगा कि BIS हॉलमार्क असली है या नहीं। बीआईएस हॉल मार्क का निशान हर गहने पर होता है और उसके साथ एक त्रिकोण निशान भी होता है। इस तरीके से आप सोने की पहचान कर सकते हैं।
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गोल्ड की कीमत कैसे निकालें -
यदि 24 कैरेट सोने का रेट समाचार पत्र में 32000/- है और आप ज्वेलरी खरीदने जाते हैं जो 22 कैरेट की है तो सोने का दाम 32000/24 x 22 = 29330 रुपए होगा। ग्राहक के जागरूक न होने पर ज्वैलर, 22 कैरेट सोना भी 32000 के रेटसे देगा। इस तरह ग्राहकों को कुछ ज्वेलर्स ठग लेते हैं।
इसी तरह 18 कैरेट गोल्ड की कीमत भी तय होगी। 32000/24 x 18=24000, इस तरह 24 कैरेट गोल्ड से इसका दाम 8000/- कम होगा।
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