places to visit pachmarhi. पचमढ़ी की सैर
मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले में सतपुड़ा की पहाड़ियों के बीच समुद्र तल से 3550 फीट की ऊंचाई पर बसा पंचमढ़ी मध्य प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन है। हरे-भरे घने जंगलों से घिरे पंचमढ़ी में नदियां और छोटे बड़े अनेक प्राकृतिक झरनें सैलानियों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। तभी तो इसे "सतपुड़ा की रानी" भी कहा जाता है।
पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय मध्य प्रदेश के इस शानदार हिल स्टेशन को प्रतिवर्ष हजारों लोगों द्वारा देखा जाता है। पर्यटकों को लुभाने के लिए यहां झरने, जंगल, घाटियाँ, ऐतिहासिक गुफाएं, पहाड़ों के दिलकश नजारों से लेकर नदियाँ तक सब कुछ है। जिसके चलते पर्यटक यहां खिंचे चले आते हैं।
पचमढ़ी यात्रियों के लिए एक संपूर्ण पैकेज है। इसमें न केवल प्राकृतिक सौंदर्य है, बल्कि ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल भी हैं। यहां आप वनस्पतियों और जीवों की सुंदरता की खोज के लिए जंगल ट्रैकिंग भी कर सकते हैं।
पचमढ़ी कैसे पहुंचें -
पचमढ़ी भोपाल से रेल और सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है। भोपाल और पचमढ़ी के बीच की दूरी लगभग 200 किमी है।
1. रेल मार्ग -
पचमढ़ी का निकटतम रेलवे स्टेशन पिपरिया लगभग 50 किमी की दूरी पर स्थित है। पिपरिया, मुम्बई-हावड़ा मार्ग पर स्थित है। पिपरिया से पचमढ़ी तक पहुंचने के लिए टैक्सी किराए पर ले सकते हैं या सार्वजनिक परिवहन का उपयोग कर सकते हैं।
पचमढ़ी का निकटतम रेलवे स्टेशन पिपरिया लगभग 50 किमी की दूरी पर स्थित है। पिपरिया, मुम्बई-हावड़ा मार्ग पर स्थित है। पिपरिया से पचमढ़ी तक पहुंचने के लिए टैक्सी किराए पर ले सकते हैं या सार्वजनिक परिवहन का उपयोग कर सकते हैं।
2. सड़क मार्ग-
पंचमढ़ी के लिए भोपाल, इंदौर, नागपुर, होशंगाबाद, छिंदवाड़ा और पिपरिया से नियमित बस सेवाएं हैं।
पंचमढ़ी के लिए भोपाल, इंदौर, नागपुर, होशंगाबाद, छिंदवाड़ा और पिपरिया से नियमित बस सेवाएं हैं।
3. हवाई मार्ग -
निकटतम एयरपोर्ट भोपाल है। यह दिल्ली, मुम्बई, ग्वालियर, इंदौर, रायपुर और जबलपुर से नियमित फ्लाइटों से जुड़ा है।
निकटतम एयरपोर्ट भोपाल है। यह दिल्ली, मुम्बई, ग्वालियर, इंदौर, रायपुर और जबलपुर से नियमित फ्लाइटों से जुड़ा है।
यहां के प्रमुख दर्शनीय स्थानों में पांडव गुफाएँ, रजत प्रपात, धूपगढ़, गुप्त महादेव, अप्सरा विहार, चौरागढ़ और बी फॉल शामिल हैं।
पचमढ़ी के देखने योग्य स्थान
1. पांडव गुफा -
पचमढ़ी और इसके आसपास का क्षेत्र काफी धार्मिक महत्व का है क्योंकि माना जाता है कि पांडव गुफाएं महाभारत के पांडवों के काल की हैं और वे अपने वनवास के दौरान यहां ठहर थे।जिन गुफाओं में उन्होंने कुछ दिन बिताए उन्हें पांडव गुफाएं कहा जाता है।
एक छोटी पहाड़ी पर यह पांच प्राचीन गुफाएं बनी हैं। इन्हीं पांच गुफाएं के कारण इस स्थान को पंचमढ़ी कहा जाता है। इन गुफाओं में चित्रकारी भी की गई है। इन गुफाओं के नाम भी द्रोपदी कुटी और भीम कोठरी के नाम से लोकप्रिय है।
2. रजत प्रपात -
अप्सरा विहार से आधा किलोमीटर पूर्व दिशा में रजत प्रपात है। यह पचमढ़ी का सबसे ऊँचा झरना है। एक पतली धारा के रूप में इतनी ऊंचाई से बहता हुआ पानी एक बारीक सी चांदी की लकीर जैसा लगता है। यह झरना देखने में काफी आकर्षक लगता है।
झरने तक पहुंचने का मार्ग काफी दुर्गम है। केवल साहसिक पर्यटक ही ट्रैकिंग के माध्यम से झरने तक पहुंच सकते हैं। जो पर्यटक शांति से अपनी छुट्टियां बिताना चाहते हैं उनके लिए ये बहुत अच्छी जगह है।
3. बी फॉल -
नगर से 3 किलोमीटर दूर स्थित पचमढ़ी का सबसे लोकप्रिय झरना बी फॉल (मधुमक्खी झरना) है। यह 35 मीटर की ऊंचाई से गिरता है, जो बेहद सुंदर दिखता है। झरने को यमुना जलप्रपात के नाम से भी जाना जाता है और पचमढ़ी में सबसे अच्छे पर्यटक आकर्षणों में से एक माना जाता है। नहाने के लिए यह झरना काफी लोकप्रिय है।
पर्यटकों को मनोरम दृश्य प्रदान करने और लोकप्रिय प्राकृतिक दर्शनीय स्थलों के बीच होने के अलावा, यह झरना स्थानीय लोगों के लिए पीने के पानी का स्रोत भी है। इस झरने तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।
4. चौरागढ़ -
चौरागढ़ मंदिर 1330 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। महादेव से 4 किलोमीटर की खड़ी चढाई से चौरागढ़ पहुंचा जा सकता है। अंतिम 1 किमी की चढ़ाई कठिन लगेगी, यदि आप चढ़ाई में ज्यादा अच्छे नहीं हैं।
पहाड़ी के आयताकार शिखर पर एक मंदिर है जहां भगवान शिव की प्रतिमा स्थापित है। मंदिर के पास एक जगह है, जहां कई त्रिशूल खड़े हैं, इसका नज़ारा अदभुत है। धार्मिक आस्थावान पैदल यात्रियों के लिए चौरागढ़ पचमढ़ी के सबसे महत्वपूर्ण पर्यटक आकर्षणों में से एक है।
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5. सतपुड़ा नेशनल पार्क -
सतपुड़ा राष्ट्रीय पार्क 524 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है। यह पार्क असंख्य दुर्लभ पक्षियों और जीव जंतुओं का घर है। यहां टाइगर, तेन्दुए और चार सींग वाले हिरन जैसे जानवरों को देखा जा सकता है। यहां सागौन, साल, बीजा और बांस के पेड़ पाए जाते हैं । पार्क के आसपास ठहरने के लिए रेस्ट हाउस की व्यवस्था है।6. हन्डी खो -
यह पंचमढ़ी की सबसे गहरी और तंग घाटी है जिसकी गहराई 300 फीट है। दोनों ओर घने जंगलों से घिरी इस घाटी के नीचे बहते पानी की स्पष्ट आवाज सुनी जा सकती है। स्थानीय लोगों में यह घाटी अंधी खो के नाम से जानी जाती है।7. प्रियदर्शिनी प्वाइंट -
इस जगह पर्यटक सूर्यास्त देखने इकट्ठे होते हैं। यह सतपुड़ा की पहाड़ियों का सबसे ऊंचा प्वाइंट है। इस प्वाइंट का मूल नाम फोरसिथ प्वाइंट था जिसे बाद में बदलकर प्रियदर्शिनी प्वाइंट रख दिया गया।यहां से सूर्यास्त का नजारा बेहद मनमोहक लगता है। चौरादेव, महादेव और धूपगढ़, सतपुड़ा की तीनों प्रमुख चोटियां यहां से देखी जा सकती हैं। दूर दूर तक फैली हरियाली देखकर मन प्रशन्न हो जाता है।
8. महादेव गुफा -
यह पवित्र गुफा नगर से 10 किलोमीटर दूर स्थित है भगवान शिव को समर्पित यह गुफा 30 मीटर लंबी है और यहां सदैव पानी बहता रहता है। कहा जाता है कि भस्मासुर से बचने के लिए भगवान शिव यहीं पर छिपे थे। भगवान शिव ने भस्मासुर को वरदान दिया था कि वह जिस के सिर पर हाथ रख देगा वह भस्म हो जाएगा।
महादेव गुफा हिन्दुओं के लिए पूजनीय स्थल है।गुफा के भीतर एक शिवलिंग बना हुआ है। शिवरात्रि यहां पूरे उत्साह के साथ मनाई जाती है। महादेव पहुंचने का मार्ग काफी दुर्गम है।
9. अप्सरा विहार -
पांडव गुफा के साथ ही अप्सरा विहार या परी-ताल को मार्ग जाता है। जहां पैदल चलकर ही पहुंचा जा सकता है। यह तालाब एक छोटे झरने से बना है जो 30 फीट ऊंचा है।अधिक गहरा न होने की वजह से यह तालाब तैराकी और ग़ोताख़ोरी के लिए उपयुक्त है। इस तालाब को पंचमढ़ी का सबसे सुन्दर ताल माना जाता है।
10. धूपगढ़ -
सतपुड़ा पर्वत श्रेणी की सबसे ऊँची चोटी में से एक है। यह स्थान सूर्योदय और सूर्यास्त देखने के लिए लोकप्रिय है, जिससे इसका नाम धूपगढ़ पड़ा। ऊंचाई पर होने के कारण सूर्योदय और सूर्यास्त का अनूठा दृश्य लोगों को बहुत आकर्षित करता है।
इस खूबसूरत जगह तक पहुँचने का अपना अलग आनंद है। सूर्यास्त और सूर्योदय के शानदार दृश्य की यादें बनाये रखने के लिए यहां फोटोग्राफी कर सकते है. प्रकृति के बीच शांति के साथ आराम पाने के लिए परिवार या दोस्तों के साथ यहां जा सकते हैं।
वैसे पचमढ़ी में पर्यटक गर्मियों में अधिक जाते है। पर बहुत अधिक ऊंचाई पर न होने के कारण साल के किसी भी मौसम में यहां पर्यटन का आनंद लिया जा सकता है। यहां घूमने के लिए टैक्सी के अलावा पर्यटक स्कूटर या मोटर साईकल किराये पर ले सकते हैं।
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