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Thursday, 4 April 2019

Construction Builder kaise bane. कंस्ट्रक्शन बिल्डर कैसे बनें

Construction Builder kaise bane. कंस्ट्रक्शन बिल्डर कैसे बनें 

रियल एस्टेट का बिजनेस सबसे ज्यादा कमाई देने वाले बिजनेस में शामिल  है। आज देश में आबादी की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए शासन ने 2022 तक 2 करोड़ मकान बनाने का लक्ष्य रखा है। कंस्ट्रक्शन बिल्डर बनकर  और  इस बिजनेस में सफलता पाकर  लोगों ने  करोड़ों  रूपये  कमाए  है।

 आज भारत मे कई शहर तेजी से  विकास की राह पर हैं। जिसके चलते  रियल एस्टेट  और  कंस्ट्रक्शन का बिजनेस स्टार्ट करके सफल हुआ जा  सकता  है और अपनी कंस्ट्रक्शन कम्पनी बनाकर  पैसा और प्रसिद्धि प्राप्त कर सकते हैं।
modern building
    लेकिन किसी भी बिजनेस को बिना तैयारी के  स्टार्ट नही कर सकते। इसलिए अगर आपको इस बिजनेस में सफल होकर करोड़पति बनना है तो नीचे दी  गई  जानकारी को ध्यान से पढ़ें।

कंस्ट्रक्शन बिल्डर कैसे बनें  

1. जमीन का सर्वे करना सीखें  - 

रियल एस्टेट या कंस्ट्रक्शन कारोबार शुरू करने के लिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि जमीन निर्माण के लिए उपयुक्त है या नहीं।आपको अपने शहर की विकास की सम्भावनाओ और भूमि की गुणवत्ता के आकलन के पश्चात ही अपने कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट के लिए जगह का निर्धारण  करना चाहिए। इसके लिए मेरा लेख पढ़ें - real estate me investment se kaise paye 5 sal me 5 guna proft

2. जमीन में इन्वेस्टमेंट करें  - 

इन्वेस्टर  कम कीमतों में खेतों को खरीदता  है फिर डायवर्सन (लैंड यूज़ कृषि से आवासीय) करवाकर ओर उन्हें प्लॉट्स में रूपांतरित करता है। फिर इन प्लॉट्स को ब्रोकर या विज्ञापन के माध्यम से लोगो को आकर्षित करके बेचता है और इससे बड़ा मुनाफा कमाता  है।इस तरह बढ़ती आबादी की जरूरत पूरी होने के साथ शहरीकरण  का विस्तार होता है।

  अपनी इन्वेस्टमेंट करके छोड़ी गई जमीन में कुछ समय बाद निर्माण करें। उस एरिया के डेवलपमेंट को देखते हुए रिहायशी इमारत, गोदाम या शॉपिंग सेंटर का निर्माण करके बेंचे। यह काम आसानी से कर सकते है क्योंकि भारत की बढ़ती पॉपुलेशन  की वजह से आपको ग्राहक ढूंढने में परेशानी नहीं होगी।

 3. मार्केट रिसर्च करें - 

यदि बड़े प्लाट खरीदने की क्षमता नहीं है तो शहर के अंदर विकसित हो रही कॉलोनी में अपने बजट के अनुकूल प्लाट खरीद सकते हैं। इसके लिए मार्केट रिसर्च की जरूरत होगी। यहां इस बात का निर्धारण करना जरूरी है कि किस कॉलोनी में मकान आसानी से बिक जायेगा। 

     बिना रिसर्च के प्लाट खरीदकर मकान बना देने से आपका पैसा लम्बे समय तक फंस सकता है। market की डिमांड के अनुसार आपको प्रॉपर्टीज डेवेलोप करने की आवश्यकता है। जिससे प्रॉपर्टी जल्दी बेचकर निकल सकें ओर अपनी लगाई रकम पर मुनाफा हो सके। प्रॉपर्टी जल्दी सेल नहीं होने की दशा में ब्याज भारी पड़ता है और प्रॉफिट कम हो जाता है। 
brown building

4. प्रॉपर्टी बेचने की कला सीखें -  

बिल्डर के काम में सफलता तभी मिलेगी जब आप अपने बनाये मकान या फ्लैट बेच पाएंगे। इसके लिए फ्लैट या मकान  खरीदने के लिए ग्राहकों को आकर्षित करना होगा। अगर आपने रियल एस्टेट ब्रोकर बनकर पहले किसी बिल्डर के लिए काम  किया  है तो आसानी होगी। इसके लिए पढ़ें - property dealer kaise bne?

5. कंस्ट्रक्शन प्रोसेस को समझें -  

इस बिजनेस में हाई प्रॉफिट कमाना है  तो इसके लिए कंस्ट्रक्शन प्रोसेस के बारे में पता होना चाहिए ओर आपका इसमें डायरेक्टली इन्वॉल्वमेंट  होना चाहिए। आपको यह पता होना चाहिए कि कॉस्ट कैसे कम होगी साथ ही क्वालिटी भी मेन्टेन रखने की जरूरत है।

  इसके लिए इसमें लगने वाले विभिन्न मटेरियल के साथ  कंस्ट्रक्शन की स्टेप बाय स्टेप जानकारी रखनी होगी। डायवर्सन, नक्शा पास करवाने से लेकर वर्तमान रेरा कानून के प्रावधानों को समझ कर काम करना होगा।

  प्रॉपर्टी से जुड़े मेज़रमेंट को समझने के साथ इन शब्दों का अर्थ भी जान लें जिनका कंस्टक्शन व्यवसाय में बार बार जिक्र होना है जैसे - कार्पेट एरिया, बिल्डअप एरिया, सुपर बिल्डअप एरिया। 

  • कार्पेट एरिया- किसी मकान या फ्लैट के कार्पेट एरिया का अर्थ वहां उपलब्ध जगह से होता है। इसमें दीवालों की मोटाई नहीं जोड़ी जाती। सरल शब्दों में कहें तो जितने एरिया में कारपेट बिछाई जा सकती है उसे कार्पेट एरिया कहते हैं। इसमें बॉलकनी का क्षेत्र भी शामिल होता है। 
  • बिल्डअप एरिया - इसमें कारपेट एरिया के साथ दीवालों की मोटाई भी काउंट की जाती है। दोनों को जोड़कर बिल्डअप एरिया बनता है। यह कारपेट एरिया से 10 -15% अधिक होता है। 
  • सुपर बिल्डअप एरिया  - इसमें कॉमन एरिया जैसे सीढी, लिफ्ट, पंप रूम आदि जोड़े जाते हैं।  प्रोजेक्ट के सारे निर्माण को जोड़कर सुपर बिल्डअप एरिया बनता है। 
    concrete house
6 अपने बजट के अनुसार काम करें - 

यह भी कंस्ट्रक्शन मार्केट में इम्पारटेंट रोल निभाता है। क्योंकि यदि किसी बिल्डर ने बहुत बड़ा कर्जा लेकर किसी प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया और रियल एस्टेट मार्केट में मंदी या किसी अन्य कारण के चलते बुकिंग नहीं आई या कम मकान बिके तो बिल्डर बड़ी परेशानी में फंस सकता है। 

   जरूरी नहीं कि स्टार्ट में 100 मकान बनाये। 5 मकान से भी शुरुवात की जा सकती है। रो हाउस बनाएंगे तो खर्चा कम आएगा। कुछ मकानों को बेच लें फिर उससे प्राप्त धन को अगले किसी प्रोजेक्ट में लगाए। एक साथ बहुत से प्रोजेक्ट स्टार्ट करना परेशानी में डाल सकता है।काम आगे बढ़ने पर कंस्ट्रक्शन कम्पनी बनाने का प्लान बनाएं। 

7. बिजनेस प्लान बनायें -  

कोई भी बिजनेस बिना बिजनेस प्लान के स्टार्ट हो ही नही सकता इसलिए किसी भी बिजनेस को स्टार्ट करने के लिए बिजनेस प्लान बनाना भी बहुत जरूरी बात है।  आपको अपने बिजनेस प्लान में बिजनेस के लिए लगने वाली हर चीज को शामिल करना होगा .
             
  इसलिए अपना कंस्ट्रक्शन बिजनेस स्टार्ट करते समय पता लगाएं कि आपको काम करने के लिए कैसे ओर कितने लोगों की जरूरत होगी।  अपने बिजनेस को प्रोटेक्ट करने के लिए एक वकील हायर कर लें जो आपके बिजनेस के लिए आवश्यक दस्तावेजों की व्यवस्था भी कर सकता है। इसके अलावा कागजी कार्रवाई में आपकी सहायता करने के लिए एक चार्टर्ड  एकाउंटेंट से सम्पर्क कर लें।

   इन बातों का ध्यान रखते हुए बिल्डर लाइन में उतरेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी। आशा है ये आर्टिकल "Construction Builder kaise bane" आपको पसंद आई होगी।  इसे शेयर करें यदि आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट कर सकते हैं। 

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